चीन और कुछ अन्य देशों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले ने दुनिया भर की चिंता बढ़ा दी है. भारत में भी खतरा मंडराने लगा है. हालांकि कोरोना के खिलाफ जंग के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कमर कस ली है. अगर कोरोना की स्थिति बिगड़ती है, तो देशभर के अस्पतालों में तैयारियां कैसी हैं, इसको लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है. देश भर के विभिन्न अस्पतालों से तस्वीरें भी आने लगी हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने मॉक ड्रिल की समीक्षा की
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोविड मॉक ड्रिल की समीक्षा के लिए सफदरजंग अस्पताल का दौरा किया. उन्होंने कहा, यह सुनिश्चित करने के लिए कि देश में कोविड की वृद्धि नहीं हुई है, पीएम मोदी ने हमें सावधान रहने के लिए कहा है. सरकार भी तैयारी कर रही है, अगर सभी कोविड मामले बढ़ते हैं. लोगों को उचित इलाज मिले यह सुनिश्चित करने के लिए आज देश के सभी कोविड अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है.
क्या है मॉक ड्रिल, क्यों है जरूरी
मॉक ड्रिल एक ऐसा परिदृश्य है, जिसमें भाग लेने वाले ठीक उसी तरह अभ्यास करते हैं कि आपता या आपातकाल के दौरान कैसे प्रतिक्रिया देंगे. कोरोना के बढ़ते खतरे की आशंका के बीच देशभर में मॉड ड्रिल किया जा रहा है, जिसमें स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली जा रही है. अगर कोरोना को लेकर हालात खराब होते हैं, तो अस्पतालों में क्या तैयारियां हैं. यह पहली बार नहीं किया जा रहा है, बल्कि इससे पहले भी कई मौकों पर इसका आयोजन किया जाता रहा है.
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 157 नये मामले
भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 157 नये मामले सामने आये हैं. जिसके बाद संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,46,77,459 पर पहुंच गई है, जबकि इलाज करा रहे मरीजों की संख्या घटकर 3,421 रह गई है.
देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,30,696 हुई
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, मृतक संख्या बढ़कर 5,30,696 हो गई है. आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 49,464 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई. देश में अभी तक कुल 4,41,43,342 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है.