नयी दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह की अगुआई में प्रमुख विपक्षी दलों ने बुधवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और उनसे कहा कि देश में भय का माहौल बन रहा है और असहमति की आवाज को दबाने के प्रयास किये जा रहे हैं.
कानून का राज स्थापित करने के लिए राष्ट्रपति हस्तक्षेप करें. विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रपति के सामने इवीएम से कथित छेड़छाड़ का मुद्दा भी उठाया और कहा कि यह चुनाव के नतीजों में छेड़छाड़ की आशंका की वास्तविक चिंताओं को जन्म देती है.
प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस, वाम दल, तृणमूल कांग्रेस, सपा, बसपा, जदयू और राजद के नेता शामिल थे. इन नेताओं ने राष्ट्रपति को दिये गये ज्ञापन में उनसे अनुरोध किया कि संवैधानिक लोकतंत्र और नागरिकों के बुनियादी अधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए. इवीएम पर भरोसा नहीं रहा. ऐसे में चुनाव बैलेट पेपर के जरिये कराये जाने चाहिए.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘यह आवश्यक है कि सरकार संकट का समाधान करे और ऐसा आश्वस्त करने वाला माहौल बनाये, जिससे वह बिना भय और हिंसा के अपना मत डाल सकें.’