नयी दिल्ली : अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कल देर रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और लंबे समय तक दोनों के बीच बातचीत हुई. दोनों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई.भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोन पर बातचीत के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका, भारत को अपना सच्चा दोस्त और विश्व में व्याप्त चुनौतियों से निपटने में अपना साझेदार समझता है.
आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर बताया कि कल रात ट्रंप ने उन्होंने फोन किया था और उन्हें अमेरिका आने का न्योता दिया.प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्रंप को भारत आने का न्योता दिया और कहा, ट्रंप के साथ उनकी गर्मजोशी के साथ बातचीत हुई.
आइये जानें कि प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच क्या खास बातें हुई.
1. आतंकवाद के मसले पर भारत-अमेरिका साथ-साथ
अमेरिका के नये राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत में साफ कर दिया कि अतंकवाद के साथ वैश्विक लड़ाई में अमेरिका,भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प जताया कि अमेरिका और भारत आतंक के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेंगे.
2. ट्रंप ने शीर्ष स्तर पर संपर्क बढ़ाया
ऐसी आशंका थी कि सत्ता संभालते ही डोनाल्ड ट्रंप रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन के साथ बातचीत करेंगे. क्योंकि ओबामा के निशाने पर रहने वाले पुतिन के साथ ट्रंप के रिश्ते अच्छे हैं. चुनाव से पहले और राष्ट्रपति बनने के बाद भी ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति की तारीफ की है. तमाम संभावनाओं को दरकिनार करते हुए ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कल फोन कर साफ कर दिया कि वो टिकाऊ रिश्तों को ही अधिक अहमियत देंगे. ओबामा ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने रिश्तों को प्रगाढ़ बनाया था अब ट्रंप भी ओबामा के नक्शेकदमों पर चलते दिख रहे हैं. ट्रंप की जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने बधाई संदेश में साफ कर दिया था कि भारत नये निजाम के साथ भी मिलकर काम करेगा.
3. आर्थिक एवं रक्षा जैसे व्यापक मुद्दों पर सहमती
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कल अपने फोन कॉल में साफ कर दिया कि वो भारत के साथ रक्षा और व्यापार संबंधों को और बढ़ाना चाहते हैं. दोनों नेताओं ने अमेरिका और भारत के बीच आर्थिक एवं रक्षा जैसे व्यापक क्षेत्रों में साझेदारी को मजबूत करने के अवसरों पर विचार-विमर्श किया. इसके अलावा उन्होंने दक्षिण और मध्य एशिया क्षेत्र में सुरक्षा के मुद्दे पर भी बात की.
4. भारत के साथ रिश्तों को और मजबूती देने के दिये संकेत
डोनाल्ड ट्रंप की प्रधानमंत्री के साथ कल अपनी बातचीत में साथ संकेत दे दिये हैं कि अमेरिका आने वाले दिनों में भारत के साथ अपने रिश्तों को और भी मजबूती देगा. पिछले साल आठ नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल कर सबको चौंकाने वाले ट्रंप को बधाई देने वाले पहले पांच विश्व नेताओं में मोदी भी शामिल थे. ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान जीत जाने पर भारत और इस्राइल सहित कुछ देशों के साथ संबंध मजबूत करने का इरादा जाहिर किया था.
5. मोदी के प्रशंसक रहे हैं ट्रंप
मोदी पांचवें विदेशी नेता हैं जिनसे अमेरिकी राष्ट्रपति के रुप में 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करने के बाद ट्रंप ने फोन पर बात की है. ट्रंप ने गत 21 जनवरी को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीतो से बात की थी. उन्होंने रविवार को इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की थी और कल उन्होंने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से फोन पर बात की. ट्रंप ने आठ नवंबर को हुये राष्ट्रपति चुनाव में अपनी एतिहासिक जीत से दुनिया को हैरत में डाल दिया था. ट्रंप की जीत के बाद उन्हें सबसे पहले बधाई देने वाले दुनिया के पांच नेताओं में मोदी भी शामिल थे. चुनाव अभियान के दौरान ट्रंप ने सत्ता में आने के बाद इस्राइल समेत जिन देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने की बात की थी उन देशों में भारत का नाम भी था.
रिपब्लिकन हिंदू कोएलिशन ने आतंक से पीडित कश्मीरी पंडितों और बांग्लादेशी हिंदू पीडितों के लिए 15 अक्तूबर को एडिसन में एक चैरिटी कार्यक्रम का आयोजन किया था जहां ट्रंप ने भारत की तेज विकास दर, मोदी द्वारा नौकरशाही में और अर्थव्यवस्था में किए गए सुधारों की प्रशंसा की थी. उस वक्त ट्रंप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे. ट्रंप ने न्यूजर्सी के एडिसन में भारतीय मूल के अमेरिकियों से कहा था, ‘‘ट्रंप के प्रशासन के तले हम और बेहतर दोस्त बनने जा रहे हैं, वास्तव में मैं चीजों को और बेहतर करुंगा और हम सबसे अच्छे दोस्त बनेंगे.’ उन्होंने कहा था, ‘‘मैं प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने के लिए उत्साहित हूं.’ उन्होंने मोदी को उर्जावान नेता बताया और कहा कि ‘‘भारत एक महत्वपूर्ण रणनीतिक सहयोगी है.’