नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज डिजिधन योजना के तहत लकी ड्रा निकाला और विजयी लाभार्थियों के नामों का एलान किया. इस योजना में व्यापारियों को प्रोत्साहन देने की भी योजना है. प्रधानमंत्री ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा कि हमारी कोशिश है कि व्यापारी इसे अपनायें और प्रोत्साहित करें. इसमें मेगा ड्रा होगा जिसमें लाखों का ईनाम मिलेगा. झारखंड जैसे छोटे से राज्य में रहकर युवक ने इसे आत्मसात किया.
आज एक नयी एप्स भी लांच की गयी है जिसका नाम भीम रखा गया है. यह शब्द बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के नाम से लिया गया है. मोदी ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर बेहद दूरदर्शी थे, उन्होंने रुपये पर थीसीस लिखी थी. उन्होंने विश्व के सामने भारतीय मुद्रा नीति को प्रस्तुत किया. रिजर्व बैंक का जन्म भी उन्हीं के विचारों से प्रोत्साहित होकर हुआ है. आजाद भारत में राज्य और केंद्र के बीच आर्थिक व्यवस्था कैसे चले. पैसों को बंटवारा कैसे हो इसके लिए फाइनेंस की कल्पना भी उनके विचारों का परिणाम है.
पीएम मोदी ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को श्रेय देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में किसी एक महापुरुष का योगदान था तो वो भीम राव अंबेडकर थे. इस भीम एप्स से बाबा साहेब का नाम सेंट्रल स्टेज में आने वाला है. इसे आप डाउनलोड करने के बाद आप साधारण फोन, स्मार्ट फोन पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए इंटरनेट हो यह भी जरूरी नहीं है. इस पर अभी काम चल रहा है. भविष्य में आपका अंगूठा काफी है.
एक जमाना था जब अनपढ़ को अंगूठा छाप कहा जाता था अब वक्त बदल गया है आपका अंगूठा आपका बैंक, आपका अंगूठा आपका कारोबार हो गया है. मैं साफ देख रहा हूं भीम दुनिया के लिए सबसे बड़ा अजूबा होगा. देश में आधार कार्ड सौ करोड़ से ज्यादा लोगों के पास है. कुछ लोग रह गये हैं उनके लिए काम चल रहा है.
देश में 100 करोड़ से ज्यादा स्मार्टफोन है. हमारा देश सबसे युवा देश है. कुछ लोग गूगल गुरू में ढूंढ़ेंगे भीम है क्या, तो पहले तो महाभारत का भीम मिलेगा, थोड़ा गहरा जायेंगे तो उन्हें भीम राव अंबेडकर का पता चलेगा. बहुजन हिताय बहुजन सुखाय उनका नारा है, उन्होंने दलित पीड़ित शोषित और वंचित लोगों के लिए खुदा को खपा दिया. इसलिए हमने इस एप्स को उनका नाम दिया है.
दुनिया के कई देश हैरान होते हैं कि भारत में इतनी जल्दी चुनाव नतीजे कैसे आ जाते हैं. जिस देश को अनपढ़ कहा जाता है वहां इलेक्ट्रोनिक रिव्यूलेशन लाने वाले हम हैं. कभी मैं हैरान हो जाता हूं कुछ लोगों का जीवन शुरू ही निराशा से होता है, ऐसे लोगों के लिए अभी अवसर नहीं है. ऐसे लोगों के लिए निराशा उन्हें मुबारक है.
पीएम मोदी ने पुरानी फिल्मों का जिक्र करते हुए कहा, शेयर बाजार में आप जिस तरह का बदलाव अब देख रहे हैं पहले की ट्रेडिंग का पता लगाना है तो पुराने कागज देखें, पहले व्यापारी खड़े होकर बोली लगाते थे अपना दाम कहते थे. आज शेयर बाजार पूरी तरह ऑनलाइन है. बड़े-बड़े लोग कहते हैं मोबाइल कहा है लोग अनपढ़ हैं. कैसे होगा. ऐसे निराशावादी लोगों के लिए मेरे पास कोई अवसर नहीं है. आपके परिवार की वो आर्थिक महासत्ता बनने वाला है. साधारण लोग भी इस सुविधा के जरिये लाभ ले सकेंगे. पांच मिनट के भीतर पांच हजार रुपये मिल जायेंगे.
2016 के अंतिम दिन में मैं यह दे रहा हूं तो साल 2017 का नजराना दे रहा हूं. आप पुराने अखबार उठा कर देख लीजिए. खबर होती थी कितना गया अब चर्चा होती है कितना आया. वही देश वही फाइल लेकिन काम देखिये. किसी नेता ने कहा, खोदा पहाड़ निकाली चुहिया. मुझे चुहिया ही निकालनी थी. यह काम चल रहा है. चुहिया ही किसानों का अनाज खा जाती थी.
मैं मीडिया के साथियों का भी धन्यवाद देता हूं. उनकी वजह से कई बदलाव आये हैं. यह सेवा कम नहीं है. ट्रैफिक, स्वच्छता जैसी कई चीजों के लिए उन्होंने कोशिश की है. मैं आशावादी सोच का आदमी हूं उसमें अच्छाई दिखती है. आने वाले दिनों में मीडिया बहुत बड़ी सेवा कर सकता है. 2017 में मीडियावाले सवाल करेंगे दो फोन लेकर ढूंढ़ रहे हो कैशलेस क्यों नहीं हो. मीडिया वालों की वजह से भी बहुत सुधार आया है. हमारा देश यूं ही सोने की चिड़िया नहीं था.
हमारा देश दोबारा सोने की चिड़िया बन सकता है अभी भी संभावना है. पीएम मोदी ने देश की ताकत का बखान करते हुए कहा, कुछ तो है जो हमारी हस्ती मिटती नहीं. जब भी हमारे देश में कोई बाहरी हमला होता है, कोई जुल्म होता है. पूरा भारत एक हो जाता है. पहली बार ये देश अपने अंदर की बुराई को खत्म करने के लिए एक हुआ है. तकलीफ के बाद भी हंसते हुए कहा यही तो देश की ताकत है. आठ नवंबर के बाद देश ने अपनी ताकत का अहसास करा दिया है. मुझे लगता था कुछ लोग इसे जीने की आदत बना लेंगे लेकिन देश के लोग ईमानदारी से जीना चाहते हैं. देश की 86 प्रतिशत पैसे निकल जाएं और देश के लोग मजबूती से खड़े रहें कि उन्हें आगे बढ़ना है. इस देश की संपदा पर देश के गरीब का हक सबसे पहले होना चाहिए.
मोदी ने कहा कि एक पार्टी इस आधार पर चुनाव लड़ रही थी कि हम 12 एलपीजी सिलिंडर देंगे. दूसरी सरकार आय जिसने लोगों से कहा एलपीजी सब्सिडी छोड़ दें. देश में जो भी आ रहा है वो देश की भलाई के लिए काम आयेगा. पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि आप नये साल में कम से कम पांच डिजिटल लेन-देन तो करके देखिये.