इस्लामाबाद: केंद्रीय मंत्री शशि थरुर और एक पाकिस्तानी पत्रकार को लेकर छिड़े विवाद और इन सब के बीच मंत्री की पत्नी सुनंदा पुष्कार की अचानक मौत को पाकिस्तानी टीवी चैनलों और अखबारों ने बहुत कम कवरेज दिया है. पाकिस्तान के ज्यादातर अखबारों में सुनंदा की मौत की खबर छपी है लेकिन बेहद े पन्नों में. […]
इस्लामाबाद: केंद्रीय मंत्री शशि थरुर और एक पाकिस्तानी पत्रकार को लेकर छिड़े विवाद और इन सब के बीच मंत्री की पत्नी सुनंदा पुष्कार की अचानक मौत को पाकिस्तानी टीवी चैनलों और अखबारों ने बहुत कम कवरेज दिया है.
पाकिस्तान के ज्यादातर अखबारों में सुनंदा की मौत की खबर छपी है लेकिन बेहद े पन्नों में. कुछ अखबारों ने तो इसे महज एक कॉलम ही छापा है.मंत्री के साथ कथित प्रेम संबंधों को लेकर उपजे इस पूरे विवाद के केंद्र में मौजूद पत्रकार मेहर तरार के पूर्व नियोक्ता अखबार ‘द डेली टाइम्स’ ने सुनंदा की मौत की खबर छापी है लेकिन उसमें कहीं भी 45 वर्षीय पाकिस्तानी पत्रकार का जिक्र नहीं है.
डॉन, द एक्सप्रेस ट्रिब्यून और द न्यूज को छोड़कर बाकी सभी अखबारों ने विदेशी संवाद समितियों से इस खबर को लिया है.इस खबर को सबसे ज्यादा प्रमुखता ‘द न्यूज’ में मिली है. अखबार ने इसे पांचवें पन्ने की पहली खबर बनायी है जिसका शीर्षक है ‘थरुर की पत्नी की मौत से खराब हुई पाकिस्तानी पत्रकार की छवि.’’ अखबार ने सुनंदा और आईपीएल कांड से संबंधित एक खबर भी प्रकाशित की है.
इसी मीडिया हाउस से जुड़ा ‘जिओ न्यूज’ इकलौता ऐसा समाचार चैनल है जिसने इस पूरे विवाद की अच्छी कवरेज की है. इसने भारत में कुछ पत्रकारों से बातचीत और तरार का साक्षात्कार भी प्रसारित किया. हालांकि इस दौरान तरार ने उनपर लगे आरोपों को खारिज किया.हमेशा भारतीय खबरों को तरजीह देने वाले अन्य चैनलों ने इस खबर को ज्यादा महत्व नहीं दिया. बुलेटिन में पुष्कर की मौत को सिर्फ कुछ ही समय मिला. हालांकि सोशल मीडिया पर काफी गतिविधियां देखने को मिलीं. इस विवाद में शामिल तीनों को काफी सहानुभूति भी मिली