नयी दिल्ली : पुडुचेरी में चुनाव सभा के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की हत्या करने की धमकी वाला एक अनाम पत्र पार्टी के वरिष्ठ नेता वी नारायणसामी को मिला है. राहुल कल पुडुचेरी के करईकल में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन की चुनावी रैली को संबोधित करने वाले हैं.
धमकी भरा पत्र सामने आने के बाद कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और राहुल की सुरक्षा बढाने का आग्रह किया. सिंह ने कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिया कि त्वरित कार्रवाई होगी और सुरक्षा बढाई जाएगी.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायणसामी ने फोन पर बताया कि उन्हें पुडुचेरी स्थित अपने आवास पर बीते पांच मई को ‘बिना हस्ताक्षर वाला पत्र’ मिला जिसमें उनको और राहुल गांधी को धमकी दी गई थी.
उन्होंने कहा कि तमिल में लिखे इस पत्र में कहा गया, ‘‘आपकी पार्टी पुडचेरी में उद्योगों के बंद होने के लिए जिम्मेदार है. हम आप और आपके पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे पर हमला करेंगे तथा सभा के दौरान आपको उड़ा दिया जाएगा.’ नारायणसामी ने कहा कि उन्होंने पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है और पार्टी आलाकमान को भी सूचित किया है.
कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने राजनाथ सिंह से मुलाकात कर राहुल को मिली धमकी के बारे में जानकारी दी. इस प्रतिनिधिमंडल में सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल, पार्टी के कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा और राज्यसभा में कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा शामिल थे.
गृह मंत्री के साथ करीब 20 मिनट की मुलाकात के बाद शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘गृह मंत्री ने त्वरित कार्रवाई और सुरक्षा बढाने का भरोसा दिलाया है. उन्होंने यह भी भरोसा दिया है कि केंद्र और राज्य की एजेंसियां तथा एसपीजी को इस धमकी के बारे में अलर्ट कर दिया जाएगा.’ प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्रियों तथा उनके निकटतम परिजन को एसपीजी की सुरक्षा मिलती है. ऐसे में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका को एसपीजी सुरक्षा मिली हुई है.
राहुल के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 21 मई, 1991 को चेन्नई के निकट श्रीपेरम्बदूर में आत्मघाती बम हमले में हत्या कर दी गई थी. राजीव गांधी वहां लोकसभा चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे थे.

