नयी दिल्ली : आज सुबह उत्तरी और मध्य दिल्ली के कुछ इलाकों में जल आपूर्ति आंशिक रूप से बहाल हो गयी. हालांकि दिल्ली के जलमंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि जब तक हरियाणा के जाट आंदोलन के कारण क्षतिग्रस्त हुई मुनक नहर की पूरी तरह मरम्मत नहीं हो जाती, तब तक जल आपूर्ति सीमित ही रहेगी. मिश्रा ने लोगों से पानी का इस्तेमाल किफायत के साथ करने की अपील करते हुए ट्वीट किया, ‘जब तक मुनक नहर की पूरी तरह मरम्मत नहीं हो जाती, तब तक आपूर्ति सीमित रहेगी.’ दिल्ली जल बोर्ड के दलों ने विभिन्न क्षमताओं वाले तीन जल शोधन संयंत्रों को कल शाम बहाल कर दिया था. वजीराबाद संयंत्र 60 प्रतिशत और ओखला संयंत्र 50 प्रतिशत क्षमता पर संचालित हो रहा है.
मिश्रा ने कहा कि चंद्रावल जल शोधन संयंत्र पूरी क्षमता के साथ संचालित है. उन्होंने कहा कि कल रात हरियाणा से कुछ पानी छोडे जाने की खबर थी. उन्होंने उम्मीद जतायी कि आज शाम तक पश्चिमी दिल्ली में जल आपूर्ति आंशिक रुप से बहाल की जा सकती है. मिश्रा ने कहा कि उत्तरी और मध्य दिल्ली के कुछ इलाकों में जल आपूर्ति आंशिक रूप से बहाल की जा चुकी है और इन इलाकों में तैनात दिल्ली जलबोर्ड के पानी के 70 टैंकर अब पश्चिमी दिल्ली भेजे जा रहे हैं.
हरियाणा में आंदोलनकारियों द्वारा मुनक नहर को क्षतिग्रस्त किए जाने के बाद शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी को की जाने वाली जल आपूर्ति बाधित हो गयी थी, जिससे पश्चिमी, उत्तरी, दक्षिण-पश्चिमी, मध्य और नयी दिल्ली के कई इलाकों में पानी की समस्या पैदा हो गयी थी. मिश्रा ने गृह मंत्री और रक्षा मंत्री को अलग-अलग पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया था कि वे मुनक नहर की मरम्मत के लिए सेना के इंजीनियरों को जल्दी से जल्दी तैनात करें ताकि दिल्ली को जल आपूर्ति बहाल की जा सके. दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों के एक दल को पडोसी राज्य हरियाणा में भी भेजा गया था ताकि वे नहर को पहुंचे नुकसान का आकलन कर सकें और मरम्मत कार्य में मदद कर सकें.