नयी दिल्ली : जम्मू -कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद का निधन हो गया है. उनके निधन के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री का पद खाली हो गया है. पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई विवाद नहीं है, यही कारण है कि महबूबा का मुख्यमंत्री बनना तय है.जम्मू-कश्मीर की 87 सदस्यीय विधानसभा में पीडीपी ने 28 सीटें और भाजपा ने 25 सीटें जीती थीं. वहीं नेशनल कांफ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटें मिली थीं.
पिछले साल पीडीपी के साथ गंठबंधन करने से जुड़ा फैसला करने में लंबा समय लगाने वाली भाजपा को इस बार अपना मन जल्दी बनाना होगा क्योंकि विधानसभा का बजट सत्र 18 जनवरी से शुरू होना है.एक तेजतर्रार नेता की छवि वाली महबूबा ने अपने पिता के साथ 1996 में कांग्रेस में शामिल होकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी.
पीडीपी के नेता रफीक मीर ने मुफ्ती मोहम्मद के निधन पर शोक जताते हुए कहा है कि अब उनकी जगह उनकी बेटी महबूबा मुफ्ती लेंगी, जिन्होंने पार्टी के लिए काफी काम किया है और हर विपरीत परिस्थितियों को झेला है.वहीं एक अन्य पीडीपी नेता महबूब अली बेग ने भी मुफ्ती मोहम्मद के बाद महबूबा को मुख्यमंत्री बनाये जाने की वकालत की है. महबूबा प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री होंगी.
जानें महबूबा मुफ्ती सईद को
महबूबा वर्तमान में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष हैं. उनका जन्म जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के अखरन नोपोरा में 22 मई 1959 में हुआ है. अनंतनाग से वह वर्तमान में सांसद भी हैं. महबूबा ने 1996 में कांग्रेस की टिकट पर बिजबेहरा से विधानसभा चुनाव लड़ा था. उस वक्त वह सबसे चर्चित नेता थीं. महबूबा ने कश्मीर विश्वविद्यालय से लॉ की डिग्री ली है.
घाटी की चर्चित महिला नेता हैं महबूबा
महबूबा मुफ्ती घाटी की उन चर्चित महिला नेताओं में से एक हैं, जिन्हें पूरे देश में जाना जाता है. 1999 में जब मुफ्ती मोहम्मद ने कांग्रेस से अलग होकर पीडीपी बनायी, तो महबूबा पार्टी की उपाध्यक्ष बनी थीं.
दो बेटियों की मां हैं महबूबा
महबूबा मुफ्ती की दो बेटिया हैं इल्तिजा एवं इर्तिका. जब महबूबा सार्वजनिक जीवन में आयीं, तो उनका अपने पति से तलाक हो गया