नयी दिल्ली : केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने सोमवार को कहा कि जेएनयू छात्रों का विरोध जारी रखना उचित नहीं है क्योंकि शुल्क वृद्धि का मुद्दा सुलझाया जा चुका है.
उन्होंने कहा, जेएनयू के छात्रों और अध्यापकों के प्रतिनिधियों के साथ कई दौर की चर्चा के बाद जेएनयू के शुल्क संबंधी मुद्दों का समाधान हो चुका है. केंद्रीय मंत्री ने कहा, छात्रों की मुख्य मांग सेवा और सुविधा शुल्कों में वृद्धि तथा अन्य संबंधित मुद्दों का अब निपटारा किया जा चुका है. इसलिए छात्रों द्वारा प्रदर्शन जारी रखना उचित नहीं है.
गाैरतलब है पिछले शुक्रवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव अमित खरे, कुलपति और छात्रसंघ के नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकों के दौरान निर्णय लिया गया था कि फिलहाल जेएनयू में बढ़ी हुई फीस नहीं वसूली जायेगी. बढ़ी हुई फीस का भुगतान विश्वविद्यालय अनुदान आयोग करेगा. अमित खरे ने यह भी बताया कि उन्होंने राष्ट्रीय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के चेयरमैन डॉ डीपी सिंह से इस संबंध में मुलाकात की और बढ़ी हुई फीस तथा हॉस्टल चार्जेज का भार यूजीसी से वहन करने का आग्रह किया. मंत्रालय के इस आग्रह को यूजीसी ने स्वीकार कर लिया. सचिव ने कहा कि उन्होंने जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष और अन्य छात्रों को यह जानकारी दे दी है. उन्होंने कहा कि छात्रों से हड़ताल समाप्त कर कक्षाओं में लौटने का आग्रह किया.