सीबीआई ने दोबारा पोस्टमॉर्टम करने के लिए 19 साल की एक लड़की का शव कब्र से निकाला है, जिसकी 2007 में विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश) में छात्रावास में कथित बलात्कार के बाद हत्या हुई थी. आरोपी 2008 में गिरफ्तार हुआ था लेकिन अदालत ने 8 साल की कैद के बाद उसे बरी कर दिया था. सीबीआई को जांच 2018 में मिली थी.
गौरतलब है कि विजयवाड़ा के एक छात्रावास में बी-फार्मेसी की छात्रा के दुष्कर्म और हत्या के 12 साल बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को उसके शव को नये सिरे से पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है. दिल्ली के फॉरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के तेनाली शहर में स्थित कब्रिस्तान में शव का परीक्षण कर रही है.
सीबीआई अधिकारियों की देखरेख में मंगलवार तड़के शव को कब्र से बाहर निकाला गया. इस मामले में अभी तक कई मोड़ देखने को मिले हैं. हाई कोर्ट के निर्देश पर पिछले साल जांच शुरू करने वाली एजेंसी को भयावह अपराध में कुछ सुराग मिलने की उम्मीद है.
आपको बता दें कि 27 दिसंबर, 2007 की रात विजयवाड़ा के पास इब्राहिमपट्टनम में एक निजी महिला छात्रावास के बाथरूम में 19 वर्षीय छात्रा का शव खून से सना हुआ मिला था, जिस पर चाकू से कई वार किये गए थे.
पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया था कि दोषियों को बचाने के लिए सबूत मिटा दिये गए. उन्होंने दावा किया कि तत्कालीन मंत्री के परिवार का एक व्यक्ति और उसके दोस्त इस अपराध में शामिल थे, लेकिन निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किया गया और उन्हें सजा सुनायी गई.