नयी दिल्ली : 18 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र आरंभ होने जा रहा है. इससे पहले सदन में काफी कुछ बदला-बदला सा नजर आने वाले है. दरअसल भाजपा और शिवसेना के बीच ब्रेकअप के बाद संसद में शिवसेना सांसदों के बैठके के स्थान में बदलाव कर दिया गया है.
हाल ही में केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा देनेवाले शिवसेना सांसद अरविंद सावंत को लोकसभा में पहली पंक्ति से हटाकर तीसरी पंक्ति में जगह दी गई है.
गौरतलब हो कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर विवाद के बाद शिवसेना ने भाजपा के साथ अपना 30 साल पुराना रिश्ता तोड़ लिया. शिवसेना ने यह भी घोषणा कर दी थी कि 18 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र से पूर्व रविवार को दिल्ली में राजग घटक दलों की बैठक में भी शामिल नहीं लेगी.
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा था कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी का राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से औपचारिक रूप से बाहर आना अब एक औपचारिकता रह गया है और उन्हें पता चला है कि शिवसेना के सांसद अब विपक्षी सांसदों के साथ बैठेंगे.
शिवसेना ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा की मंशा राज्य में खरीद-फरोख्त में लिप्त होने की है. जब उनसे पूछा गया कि क्या अब शिवसेना के राजग से बाहर आने की औपचारिक घोषणा होनी ही बाकी बची है तो राउत ने कहा, आप ऐसा कह सकते हो. ऐसा कहने में कोई समस्या नहीं है.
राउत ने यह भी कहा कि हमें पता चला है कि हमारे सांसदों के सदन में बैठने की जगह बदल दी गई है, जिसका अर्थ है कि शिवसेना के सांसद अब संसद में विपक्षी सांसदों के साथ बैठेंगे.
राउत ने कहा कि शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस महाराष्ट्र में न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) पर आम सहमति पर पहुंच गयी हैं और दिल्ली में इस पर चर्चा की कोई जरूरत नहीं है.