नयी दिल्ली/रांची : उच्चतम न्यायालय कॉलिजियम ने उच्च न्यायालय के दो न्यायाधीशों- न्यायमूर्ति डॉ रवि रंजन और न्यायमूर्ति मोहम्मद रफीक को क्रमश: झारखंड उच्च न्यायालय और मेघालय उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीशों के पदों पर पदोन्नत करने की सिफारिश की है. न्यायमूर्ति रंजन पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में न्यायाधीश हैं, जबकि न्यायमूर्ति रफीक राजस्थान उच्च न्यायालय में तैनात हैं. यहां बता दें कि झारखंड हाईकोर्ट के जज अनंत विजय सिंह नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट टिब्यूनल के सदस्य बने हैं.
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाले शीर्ष अदालत के कॉलिजियम ने 15 अक्टूबर को हुई अपनी बैठक में इस बाबत निर्णय किया. शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर डाले गये बयान में यह जानकारी दी गयी. कॉलिजियम ने मेघालय उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ए के मित्तल का मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश के तौर पर तबादला करने की भी अनुशंसा की है.
इससे पहले, कॉलिजियम ने न्यायमूर्ति मित्तल का मद्रास उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश के तौर पर तबादला करने की सिफारिश की थी. न्यायमूर्ति मित्तल को मद्रास उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश वी के ताहिलरमानी का स्थान लेना था. लेकिन न्यायमूर्ति ताहिलरमानी ने मेघालय उच्च न्यायालय जाने से इनकार कर दिया और त्याग पत्र दे दिया जिसे स्वीकार कर लिया गया है.
कॉलिजियम ने त्रिपुरा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश संजय करोल का पटना उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश के तौर पर स्थानांतरण की सिफारिश की है. कॉलिजियम ने वकील मोक्षा काजमी (खजुरिया) और राजेश ओस्वाल को जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है.
कॉलिजियम ने न्यायिक अधिकारियों- पार्थिवज्योति सैकिया और एस हुकातो स्वयू और वकील सुमित्रा सैकिया को गौहाटी उच्च न्यायालय में न्यायाधीश बनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है. इसने न्यायिक अधिकारी वानलुरा डेंगदोह को मेघालय उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के तौर पर पदोन्नत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है.