दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में सोमवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान प्रारंभ हो गया. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि दंतेवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के लिए सुबह सात बजे मतदान प्रारंभ हो गया. मतदान दोपहर बार तीन बजे तक होगा.
भीमा मंडावी की हत्या से खाली हुई थी सीट
दंतेवाड़ा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक भीमा मंडावी का नक्सली हमले में इस वर्ष निधन हो जाने के बाद ये सीट खाली हो गई थी. अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान के लिए कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. क्षेत्र में अर्धसैनिक बलों और राज्य पुलिस के लगभग 18 हजार जवानों को तैनात किया गया है. वहीं क्षेत्र में ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है. उन्होंने बताया कि इस उपचुनाव में 1,88,263 मतदाता वोट डालेंगे, जिनमें 89,747 पुरूष मतदाता तथा 98,876 महिला मतदाता शामिल हैं.
27 सितंबर को की जायेगी मतों की गिनती
क्षेत्र में मतदान के लिए 273 मतदान केंद्रों की स्थापना की गई है. इस महीने की 27 तारीख को वोटों की गिनती की जाएगी. इस विधानसभा उपुचनाव में कुल नौ उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. मुख्य मुकाबला सत्ताधारी कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के बीच है. कांग्रेस ने दंतेवाड़ा सीट के लिए देवती कर्मा पर भरोसा जताया है.
देवती कर्मा पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा की पत्नी है. वर्ष 2013 में झीरम घाटी हमले में नक्सलियों ने महेंद्र कर्मा की हत्या कर दी थी. वहीं भाजपा ने भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी को चुनाव मैदान में उतारा है.
भीमा मंडावी ने देवती कर्मा को हराया था
इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव के दौरान नौ अप्रैल को चुनाव प्रचार पर निकले विधायक भीमा मंडावी के वाहन को नक्सलियों ने बम विस्फोट से उड़ा दिया था. इस हमले में मंडावी और चार अन्य सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी. वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की देवती कर्मा भाजपा के भीमा मंडावी से 2172 मतों से चुनाव हार गई थी. उस समय दंतेवाड़ा सीट, बस्तर क्षेत्र के 12 विधानसभा सीटों में से एकमात्र ऐसी सीट थी जिसमें भाजपा जीती थी.
इससे पहले 2013 के विधानसभा चुनाव में देवती कर्मा ने भीमा मंडावी को हराया था. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में राज्य में कांग्रेस ने 90 में से 68 सीटों पर जीत हासिल की थी.वहीं भाजपा को 15 सीटें मिली थी.