14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पूरे जम्मू-कश्मीर में है शांति का माहौल, लोग अपने जरूरी कामों में जुटे

जम्मू : अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर की स्थिति सामान्य बनी हुई है. लोग अपने रोज के कामों में लगे हुइए हैं. मामले को लेकर शीर्ष अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजामों एवं रोक के बीच राज्य के तीनों क्षेत्रों में स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण है.पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने […]

जम्मू : अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर की स्थिति सामान्य बनी हुई है. लोग अपने रोज के कामों में लगे हुइए हैं. मामले को लेकर शीर्ष अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजामों एवं रोक के बीच राज्य के तीनों क्षेत्रों में स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण है.पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने श्रीनगर से बताया कि राज्य के किसी भी स्थान से अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं मिली है. इससे एक दिन पहले केंद्र ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द कर दिया और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने का प्रस्ताव किया. सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में कानून व्यवस्था की स्थिति “पूरी तरह शांतिपूर्ण” है.

श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि शहर में जिन लोगों को अत्यावश्क काम पड़ रहा है उन्हें सख्त प्रतिबंधों के बावजूद आने-जाने की इजाजत दी जा रही है. यहां कुछ ही फोन एवं इंटरनेट कनेक्शन काम कर रहे हैं. सोमवार की रात जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया और किसी भी आकस्मिक घटना से निपटने के लिए लगातर निगरानी एवं तैयारी रखने की जरूरत पर जोर दिया.राजभवन के एक प्रवक्ता के अनुसार राज्यपाल ने शीर्ष अधिकारियों के साथ एक बैठक की और राज्य में सुरक्षा एवं कानून-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया.

विपक्ष बोलता रहा- कुछ बड़ा करने की योजना

राज्य के राजनीतिक दलों और विपक्षी दलों ने दावा किया कि केंद्र ‘‘कुछ बड़ा करने’ की योजना बना रहा है. कश्मीर घाटी में चिंता का माहौल उत्पन्न हो गया. संवेदनशील इलाकों और कश्मीर के अन्य हिस्सों में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गयी. स्थिति शुक्रवार को तब चरम पर पहुंच गयी, जब सेना ने कहा कि पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी अमरनाथ तीर्थयात्रियों को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं. इसके साथ ही जम्मू कश्मीर प्रशासन ने परामर्श जारी कर तीर्थयात्रियों और पर्यटकों से तत्काल घाटी छोड़ने को कहा. कयास लगाये जाने लगे कि कश्मीर में हो रहे घटनाक्रम आतंकी खतरे से जुड़े हैं. हालांकि कुछ लोग अनुच्छेद 35-ए और अनुच्छेद 370 पर कोई बड़ी घोषणा होने की अटकलें लगा रहे थे.

कांग्रेस ने व्हिप जारी किया

लोकसभा में मंगलवार को सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर से संबंधित संकल्प और विधेयक लाये जाने के मद्देनजर कांग्रेस ने सदन के अपने सभी सदस्यों को व्हिप जारी कर उपस्थित रहने को कहा है. लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक कोडाकुनिल सुरेश ने यह व्हिप जारी किया है.

यूएन ने भारत और पाक से संयम बरतने की अपील की

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भारत और पाकिस्तान से अधिकतम संयम बरतने की अपील की है. गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक बयान जारी कर कहा कि भारत और पाकिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षक समूह (यूएनएमओजीआइपी) ने हाल के दिनों में नियंत्रण रेखा पर सैन्य गतिविधियों में वृद्धि दर्ज की है. यूएनएमओजीआइपी को जनवरी 1949 में स्थापित किया गया था. हालांकि, भारत का यह कहना रहा है कि यूएनएमओजीआइपी दोनों देशों के बीच 1972 में हस्ताक्षर किये गये शिमला समझौता के बाद अपनी प्रासंगिकता खो चुका है.

केंद्र सरकार ने पी-5 और अन्य देशों को दी जानकारी
भारत ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों (पी-5) के राजनयिकों को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने तथा राज्य को दो केंद्रशासित हिस्सों में बांटने के अपने फैसले के बारे में जानकारी दी. माना जाता है कि विदेश सचिव विजय गोखले ने सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों-अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और रूस के राजनयिकों को भारत के फैसले से अवगत कराया. मामले में राजनयिक समुदाय के सदस्यों द्वारा रुचि जताये जाने के मद्देनजर विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने पी-5 देशों के बारे में जानकारी दी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें