नयी दिल्ली : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) डॉक्टरों के खिलाफ हिंसक घटनाओं को रोकने की आवश्यकता पर एक जुलाई को ‘राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस’ के अवसर पर व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेगा. आईएमए के इस कदम को अहम माना जा रहा है, क्योंकि डॉक्टरों पर हमले की घटना के खिलाफ इस पेशे से जुड़े लोगों ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल की थी, जिससे स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हुई थी.
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दरअसल, ये डॉक्टर पश्चिम बंगाल में एक व्यक्ति की मौत के बाद उसके परिजनों द्वारा अपने साथी डॉक्टरों पर हमले के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. आईएमए देश भर में फैली अपनी 1,700 शाखाओं में कार्यक्रम आयोजित करेगा, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों को शामिल किया जायेगा. शीर्ष चिकित्सा संस्था ने मांग की है कि सरकार अस्पतालों को ‘सुरक्षित क्षेत्र’ घोषित करे और उसे त्रिस्तरीय सुरक्षा के घेरे में रखा जाये तथा सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ आगंतुकों को नियंत्रित किया जाये.