नयी दिल्ली : महीनों की चुप्पी तोड़ते हुए कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने लोकसभा चुनाव के अखिरी चरण के मतदान से पहले मंगलवार को अपने एक लेख के जरिये नया सियासी बवाल खड़ा कर दिया जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपनी ‘नीच’ वाली टिप्पणी को सही ठहराया.
अय्यर की ताजा टिप्पणी को लेकर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करते हुए भाजपा ने कहा कि कांग्रेस का दोहरा चरित्र और अहंकार फिर सामने आया है और उसे इस बारे में जवाब देना चाहिए. दूसरी तरफ, कांग्रेस ने अय्यर की टिप्पणी की निंदा की, हालांकि उसने यह आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने खुद राजनीतिक संवाद का स्तर गिराया है. अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया रैलियों के बयानों का हवाला देते हुए लेख में कहा है, देश की जनता किसी भी सूरत में 23 मई को मोदी को सत्ता से हटा देगी. अब तक के सबसे ज्यादा ऊटपटांग बयान देने वाले प्रधानमंत्री की यह माकूल विदाई होगी. याद है 2017 में मैंने मोदी को क्या कहा था? क्या मैंने सही भविष्यवाणी नहीं की थी? दरअसल, अय्यर ने 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव के समय प्रधानमंत्री मोदी को ‘नीच किस्म का आदमी’ कहा था. इस बयान पर खासा बवाल मचा था और बाद में कांग्रेस नेता को माफी मांगनी पड़ी थी. कांग्रेस ने उन्हें निलंबित कर दिया था, हालांकि कुछ महीनों के बाद उनका निलंबन निरस्त हो गया था.
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अय्यर और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि वह ऐसी गालियों को उपहार की तरह लेते हैं और जनता भाजपा को चुनकर हर एक गाली का जवाब देगी. उन्होंने कहा, अय्यर ने फिर वही बात कही है जो पहले भी कही थी. लेकिन, कांग्रेस ने उन्हें निलंबित करने का ड्रामा किया था और बाद में उन्हें पार्टी में फिर से ले आये थे. लेकिन, कांग्रेस ने उनकी कही बातों को गलत नहीं माना और यह उसी का नतीजा है. प्रधानमंत्री ने कहा, वह एक बार फिर कह रहे हैं और जोर देकर कह रहे हैं कि मेरे खिलाफ अभद्र शब्दों के प्रयोग में कुछ भी गलत नहीं है. नामदार और उनके परिवार और उनके लोगों ने अहंकार के साथ इस देश पर वर्षों तक शासन किया.
अय्यर की ताजा टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि मणिशंकर अय्यर ने जो कहा है वह एक वेबसाइट पर लेख में कहा है, उस पर कांग्रेस का क्या कहना है? चुनाव प्रचार अभियान के दौरान भाषा मर्यादा के उल्लंघन पर एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि यह रुकना चाहिए, इसे रोका जाना चाहिए क्योंकि किसी भी जिम्मेदार नेता को इस प्रकार की बातें नहीं करनी चाहिए. भाजपा प्रवक्ता जीवी एल नरसिम्ह राव ने अपने ट्वीट में कहा कि अपशब्द कहने का मुखिया एब्यूजर इन चीफ : 2017 की अपनी ‘नीच’ टिप्पणी को उचित ठहराने लौटे. उन्होंने कहा, अय्यर ने तब अपनी खराब हिंदी का बहाना बनाकर माफी मांगी थी. अब वे कह रहे हैं कि उनका आकलन सही था.
कांग्रेस ने पिछले साल उनके निलंबन को वापस ले लिया था. कांग्रेस का दोहरा चरित्र और अहंकार फिर सामने आया. अय्यर की टिप्पणी की निंदा करते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवादाताओं से कहा, घृणा, हिंसा और गाली-गलौज भाजपा के हथियार हैं. प्रधानमंत्री मोदी व्यक्तिगत विरोध की आग में इतने अंधे हो गये हैं कि वह पद की गरिमा भूल गये. उन्होंने पद की गरिमा को धूमिल किया है. उन्होंने कहा, हम मणिशंकर अय्यर सहित उन सभी की निंदा करते हैं जो अपने शब्दों की मर्यादा भूल गये. ऐसा लगता है कि कुछ लोग सुर्खियों में रहने के लिए ऐसा करते हैं. अगर कोई ऐसा करता है तो उसे हम दंडित करते हैं. ऐसी भाषा कांगेस की परंपरा नहीं है. यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी अय्यर पर कोई कार्रवाई करेगी, तो सुरजेवाला ने कहा कि उचित मंच पर इस विषय को रखा जायेगा और उचित कदम उठाया जायेगा.
सुरजेवाला ने सवाल किया, क्या प्रधानमंत्री जी आप बतायेंगे कि नेहरू और राजीव गांधी जी के बारे में आपने जिस अनर्गल भाषा का इस्तेमाल किया तो क्या माफी मांगी? क्या 50 करोड़ की गलफ्रेंड वाला बयान दिया, तो उसके लिए माफी मांगी? सोनिया जी को कांग्रेस की विधवा कहा, क्या अपने कभी माफी मांगी?