नयी दिल्ली : रोहित शेखर तिवारी की मां उज्ज्वला ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने अपने बेटे को अपूर्वा को लेकर चेताया था, लेकिन उसने उनकी बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया और उनके बेटे को मार कर अपूर्वा ने पूरे परिवार को खत्म कर दिया. उज्ज्वला ने बताया कि शादी के कुछ दिनों बाद ही पिछले साल मई के आस-पास रोहित को छोड़कर जाने के बाद अपूर्वा ने रोहित को दो बार कानूनी नोटिस भेजा और वह अक्सर रोहित को ‘‘मां का बेटा’ कहती थी.
उज्ज्वला ने कहा, ‘‘उसने रोहित को कानूनी नोटिस भेजकर धमकी दी थी कि अगर उसने अपूर्वा के साथ सुलह नहीं किया तो वह उसके खिलाफ फौजदारी या दीवानी कार्रवाई करेगी. इन नोटिसों में वह निराधार आरोप लगाया करती और यह सब उस वक्त हुआ जब वह अस्पताल में भर्ती थीं.’
पिछले साल 12 सितंबर को रोहित की सर्जरी हुई थी और अगले दिन उज्ज्वला वकील वेदांत वर्मा के घर पर अपूर्वा से मिलने वाली थीं. लेकिन जब वह अपूर्वा का इंतजार कर रही थीं, तब रोहित ने उन्हें बताया कि उसने पत्नी के साथ सुलह कर ली है.’
75 वर्षीय उज्ज्वला ने कहा कि रोहित ने अपूर्वा से सुलह इसलिए की कि वह चाहता था कि उसके पिता (उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी) की अंतिम यात्रा शांतिपूर्ण हो. उन्होंने कहा, ‘‘उसने मुझसे कहा कि हमारे परिवार में काफी विवाद हुए हैं अगर मैं पत्नी से अलग होता हूं तो इससे और अधिक विवाद होगा. मैं उसे जून तक का समय देता हूं, शायद वह बदल जाये.’