अहमदाबाद : गोधरा मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कटु आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को कहा कि गोधरा कांड से जुड़े लोगों को उनसे सवाल करने या देशभक्ति की बातें करने का अधिकार नहीं है. अहमदाबाद जिले के ढोलका में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सिद्धू ने बुधवार को यह बात कही. उन्होंने कहा, ‘‘नरेंद्र दामोदर दास मोदी, तुम गोधरा कराने वाले, सरदार भगवंत सिंह सिद्धू के बेटे से कोई सवाल नहीं कर सकते… राष्ट्रभक्ति की बात नहीं कर सकता.’
दरअसल 27 फरवरी 2002 को गोधरा रेलवे स्टेशन पर साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के डिब्बों में आग लगने से 59 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद गुजरात में भयंकर दंगे हुए थे जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे. उस वक्त मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.
सिद्धू की आलोचनाओं पर राज्य के भाजपा प्रमुख जीतु वघानी ने कहा कि विपक्षी पार्टी को सिद्धू को पाकिस्तान सरकार में मंत्री बना देना चाहिए. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी मोदी की आलोचना करने के लिए सिद्धू को आड़े हाथों लिया। रुपाणी ने कहा, ‘‘सिद्धू की हालिया पाकिस्तान यात्रा पर हुए ड्रामे के बारे में हम सभी जानते हैं. वह इमरान खान (पाकिस्तान के प्रधानमंत्री) की दोस्ती के कारण पाकिस्तान के दलाल की तरह काम कर रहे हैं.”
सिद्धू ने बुधवार को कहा कि यह लोकसभा चुनाव भगवान कृष्ण और कंस, राम और रावण, गोडसे और गांधी के बीच है. अहमदाबाद जिले के ढोलका में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सिद्धू ने राफेल सौदे, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जमकर आलोचना की. उन्होंने प्रधानमंत्री को अपने साथ बहस की चुनौती भी दी.
कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में शामिल सिद्धू ने कहा, ‘चीन समुद्र के भीतर रेलवे लाइन बिछा रहा है। अमेरिका मंगल पर जीवन खोज रहा है. रूस रोबोट आर्मी बना रहा है और भारत क्या कर रहा है? हम चौकीदार बना रहे हैं जो वास्तव में चोर है. मैं आपको बता रहा हूं कि आप वास्तव में चोर हैं.”
उन्होंने कहा, ‘आप हमेशा राष्ट्रवाद की बात करते हैं. तो फिर आप सुनें श्रीमान मोदी. यह युद्ध भगवान कृष्ण और कंस, राम और रावण, गोडसे और गांधी के बीच है.’ पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री ने मोदी पर देश को बांटने का आरोप लगाया.
सिद्धू ने सवाल किया, ‘हमारा संविधान कहता है कि जाति, रंग और नस्ल के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए. यह कहता है कि धर्म के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए. लेकिन आप देश को बांटने का प्रयास कर रहे हैं. फिर भी आप राष्ट्रवादी होने का दावा करते हैं. कैसा राष्ट्रवाद है यह?’
उन्होंने कहा, ‘मंदिर मस्जिद की जगह आपको बेरोजगारी, किसानों और गरीबों की बात करनी चाहिए. लेकिन आप इन मुद्दों पर बात करते हैं? आप बस लोगों का ध्यान इन महत्वपूर्ण मुद्दों से भटका रहे हैं. आप हमेशा झूठ बोलते हैं. मैं आपको इन मुद्दों पर मेरे साथ बहस करने की चुनौती देता हूं.”