बेंगलुरु : आयकर विभाग के अधिकारियों ने कर्नाटक के मांड्या एवं हासन जिलों में जनता दल (सेक्यूलर) से कथित तौर पर जुड़े लोगों के ठिकानों पर मंगलवार को छापेमारी की.
मौजूदा आम चुनावों के परिप्रेक्ष्य में यह छापेमारी काफी अहम है क्योंकि जदएस के प्रमुख एचडी देवगौड़ा के पोते निखिल कुमारास्वामी एवं प्रज्ज्वल रवन्ना इन सीटों पर लोकसभा का अपना पहला चुनाव लड़ रहे हैं. आयकर विभाग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि विभाग की चार टीमों ने जदएस नेतृत्व से कथित तौर पर जुड़े लोगों के कार्यालयों, आवासों एवं कारखाना परिसरों पर छापेमारी की. हर टीम में 15-15 अधिकारी शामिल थे. अधिकारियों के साथ सीआरपीएफ के जवान भी छापेमारी में शामिल थे. जदएस और उसकी सहयोगी यह आरोप लगाती रही है कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार राजनीतिक बदले की भावना से केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.
आयकर विभाग ने मार्च के आखिर में राज्य में विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी शुरू की थी. इसके बाद 28 मार्च को मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने आयकर विभाग के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था. इसके बाद कर्नाटक-गोवा क्षेत्र के आयकर विभाग के प्रधान मुख्य आयुक्त बीआर बालाकृष्णन ने कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर प्रदर्शन करने वालों, अधिकारियों को धमकाने वालों और कर्तव्य निर्वहन में बाधा डालने वालों के खिलाफ भादंसं की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई करने की अनुमति मांगी थी. इसी बीच आयकर विभाग ने विज्ञप्ति जारी कर सूचित किया है, आयकर विभाग हासन, मांड्या एवं बेंगलुरु में छापेमारी कर रहा है. विभाग ने बयान में कहा है, इस पुख्ता खुफिया जानकारी के आधार पर तलाशी शुरू की गयी है कि कुछ कारोबारियों ने आय पर कर नहीं दिया है और उनके पास अघोषित संपत्ति है.
आयकर विभाग ने बयान जारी कर कहा, इस तलाशी अभियान में रीयल एस्टेट, स्टोन क्रशिंग, सरकारी ठेकों पर काम करने वालों, ईंधन का कारोबार करने वाले, आरा मशीन एवं सहकारी बैंक चलाने वालों के खिलाफ ये छापेमारी की गयी है. सूत्रों ने बताया कि करीब दर्जन भर ठिकानों पर तलाशी की जा रही है. राज्य के 28 लोकसभा सीटों के लिए 18 और 23 अप्रैल को दो चरण में चुनाव होंगे.