अहमदाबाद-तिरुवनंतपुरम : गुजरात और केरल के चार शोकाकुल परिवार न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में दो मस्जिदों पर हुए आतंकी हमले में मारे गये अपने पांच रिश्तेदारों के अंतिम दर्शनों का इंतजार कर रहे हैं. दोनों मस्जिदों पर शुक्रवार को हुए आतंकी हमलों में 50 लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में 28 साल का व्यक्ति भी शामिल है जो हाल ही में पिता बना था. युवक के पिता और एक इमाम भी शामिल है जो नागरिकता मिलने के बाद तीन हफ्ते पहले ही यहां पहुंचे था.
परिजनों ने बताया कि हैदराबाद के रहने वाले इंजीनियर फरहाज अहसन के भी मरने की आशंका है. उनके माता-पिता के रविवार रात न्यूजीलैंड रवाना होने की उम्मीद है. वडोदरा की यासमीन वोरा ने बताया कि 14 फरवरी को उनके रिश्तेदार आरिफ वोरा (58) अपनी पत्नी के साथ बेटे रमीज़ वोरा (28) से मिलने न्यूजीलैंड गए थे. उनका बेटा हाल में ही पिता बना था.
उन्होंने बताया कि रमीज़ न्यूजीलैंड में बस गए थे और जुमे की नमाज़ के लिए अपने माता-पिता को मस्जिद लेकर गए थे जहां आतंकी हमला हो गया. उन्होंने कहा, ‘आरिफ का एक अन्य बेटा राहिल ऑस्ट्रेलिया में रहता है. उन्होंने पुष्टि की कि हमले में आरिफ भाई और रमीज़ दोनों का इंतकाल हो गया.’
वहीं एक अन्य मृतक के रिश्तेदार अयूब घाडी ने बताया कि भरूच जिले के लुवारा गांव के रहने वाले इमाम हाफिज़ मूसा पटेल (56) केवल तीन हफ्ते पहले ही न्यूजीलैंड की नागरिकता मिलने के बाद वहां गये थे. घाडी ने बताया कि पटेल तीन दशक से फिजी में रहते थे. उनकी दो बेटियां और तीन बेटे ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में बस गए हैं.
घाडी ने बताया, ‘वह अपनी पत्नी और एक दोस्त के साथ जुमे की नमाज़ के लिए मस्जिद गए थे. तभी गोलीबारी हुई. पटेल की पीठ में गोलियां लगीं. इसके बाद उन्हें क्राइस्टचर्च के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.’ पुलिस अधीक्षक गिरीश पांड्या ने बताया कि मृतकों में नवसारी जिले के जुनैद कारा भी शामिल हैं.
पांड्या ने बताया, ‘कारा नवसारी जिले के अदादा गांव के रहने वाले थे. उनकी मौत की पुष्टि कल रात ही हुई है.’ केरल में मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने बताया कि क्राइस्टचर्च आतंकवादी हमले में मारी गई राज्य की 27 वर्षीय महिला का शव लाने के लिए हरंसभव प्रयास किए जा रहे हैं. त्रिशूर जिले के कोदुन्गलुर की आसिया अलीबावा वहां एक कृषि विश्वविद्यालय में एम टेक की पढ़ाई कर रही थी. जब हमला हुआ तब आसिया पति अब्दुल नजर के साथ नमाज पढ़ने गई थी. इस हमले में बचे उनके पति ने केरल में रिश्तेदारों को इस घटना के बारे में जानकारी दी.
सीएमओ ने एक बयान में बताया कि प्रवासी केरलवासियों से जुड़ी सभी सूचनाएं मुहैया कराने वाला एक विभाग एनओआरकेए रूट्स न्यूजीलैंड में भारतीय उच्चायोग के निरंतर संपर्क में है. न्यूजीलैंड पुलिस ने रविवार सुबह उच्चायोग के अधिकारियों को बताया कि 24 घंटे के भीतर शव सौंपा जाएगा.