श्रीनगर/ नयी दिल्ली
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबल हरकत में आ गये हैं. शुक्रवार सुबह से ही सुरक्षाबलों की ओर से पुलवामा के आस-पास के गांवों में सर्च ऑपरेशन चयलाया जा रहा था. स्थानीय पुलिस ने सात युवकों को हिरासत में भी ले लिया है. इन युवकों को जम्मू-कश्मीर के दो गांवों से हिरासत में लिया गया है. हालांकि, पुलवामा हमले के बाद घाटी में अभी सेना, सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षाबलों के काफिले की आवाजाही पर रोक लगा दी गयी है.
मालूम हो कि शुक्रवार को सुबह ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बयान में साफ तौर पर कहा था कि उन्होंने सुरक्षाबलों को कार्रवाई करने की खुली छूट दे दी है. सुरक्षाबल आतंकियों पर एक्शन करने के लिए कुछ भी बड़ा कदम उठा सकते हैं. गुरुवार शाम को भी आतंकी हमले के बाद से ही सुरक्षाबलों ने आस-पास के करीब 15 गांवों में बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया था. शुक्रवार सुबह ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक हुई.
बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने बयान में कहा है कि इस हमले से पूरे देश में आक्रोश है, उनका मानना है कि आतंकियों ने बहुत बड़ी गलती कर दी है, उन्हें इसकी सजा भुगतनी होगी.
कोर्ट ऑफ इन्क्वाॅयरी का आदेश
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में सीआरपीएफ के मुख्यालय ने कोर्ट ऑफ इन्क्वाॅयरी (सीओआइ) के आदेश दिये हैं. उन्होंने बताया कि 38 जवानों की पहचान कर ली गयी है और दो शवों की डीएनए तथा फॉरेंसिक जांच की जा रही है. हमले के बाद सीआरपीएफ ने अपनी ईकाइयों से पूरी तरह तैयार’ रहने के लिए कहा है.
आधार कार्ड, आइडी से हुई शहीद जवानों की पहचान
शहीद हुए सीआरपीएफ के सभी 40 जवानों की पहचान उनके आधार कार्ड, आइडी कार्ड, पैन कार्ड व उनकी जेबों में रखे छुट्टी के आवेदनों से की जा सकी. कुछ की शिनाख्त कलाइयों में बंधी घड़ियों अथवा उनके पर्स से हुई. भीषण विस्फोट से जवानों से शव बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गये थे, इसलिए उनकी शिनाख्त करना मुश्किल काम था.
जम्मू में पत्थरबाजी और आगजनी के बाद कर्फ्यू
कश्मीर घाटी में पुलवामा हमले पर व्यापक प्रदर्शनों और हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बाद एहतियाती कदम के तौर पर जम्मू शहर में शुक्रवार को कर्फ्यू लगा दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि साम्प्रदायिक हिंसा की आशंका के चलते कर्फ्यू लगाया गया है. कर्फ्यू लागू होने की घोषणा होने के बाद भी प्रदर्शनकारी लौटे नहीं, खासतौर से पुराने शहर में. अधिकारियों के अनुसार, जम्मू शहर पूरी तरह बंद है और सड़कों पर कोई वाहन नहीं है. सभी दुकानें और बाजार बंद हैं. दर्जनों स्थानों पर लोगों ने पाकिस्तान के विरोध में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किये. गुज्जर नगर इलाके में झड़पें हुईं और पथराव के कारण कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हुए.
आतंकियों व सरपरस्तों को कीमत चुकानी होगी : मोदी
आतंकी संगठन और उनके सरपरस्त बहुत बड़ी गलती कर गये हैं. इसके गुनाहगारों को उनके किये की सजा जरूर मिलेगी.
इस जघन्य हमले के दोषियों और उनके संरक्षकों को मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा.
हमारा पड़ोसी देश अगर यह समझता है कि वह भारत में अस्थिरता पैदा करने में सफल हो जायेगा, तो वह बहुत बड़ी भूल कर रहा है, उसके ये मंसूबे भी कभी पूरे नहीं होंगे.
दिन भर जारी रहा बैठकों का दौर, सख्त फैसले की तैयारी
पुलवामा आतंकी हमले को लेकर शुक्रवार को लगातार बैठकों और फैसलों का दौर जारी रहा. इस मामले में भारत का रुख बेहद सख्त है और कई बड़े फैसले लेने की तैयारी हो रही है. इसी सिलसिले में पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया को दिल्ली बुलाया गया. गुरुवार को हुए पुलवामा आतंकी हमले के मद्देनजर इसे बड़ा कदम माना जा रहा है. इससे पहले शुक्रवार को ही एहतियाती तौर पर राजधानी दिल्ली में स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी. विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि पाकिस्तान को जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करनी होगी, और उसे तुरंत आतंकवाद से जुड़े गुटों और लोगों को अपनी धरती से काम करने देना बंद करना होगा. उन्होंने गुरुवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान को भी खारिज कर दिया.
अलगाववादियों का फिर पुराना राग :‘कश्मीर के समाधान में देरी से घाटी में हो रही है तबाही’
श्रीनगर. पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवानों की शहादत के एक दिन बाद अलगाववादियों ने शुक्रवार को फिर कश्मीर राग अलापा. कहा, उन्हें कश्मीर की जमीन पर होनेवाली ‘हर मौत पर अफसोस’ है. अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी, मीरवायज उमर फारूक और यासिन मलिक ने एक बयान जारी कर यह बात कही. हालांकि इस बयान में पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए- मोहम्मद के आत्मघाती हमले का उल्लेख नहीं है. इन नेताओं ने कहा कि कश्मीर विवाद के समाधान में देरी से खासकर कश्मीर में भयंकर तबाही हो रही है.
कांग्रेस अध्यक्ष का एलान : हम सरकार और सुरक्षा बलों के साथ खड़े हैं: राहुल
नयी दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को हिंदुस्तान की आत्मा पर हमला करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी और पूरा विपक्ष इस वक्त सरकार और अपने सुरक्षा बलों के साथ खड़ा है. गांधी ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि यह बहुत भयावह त्रासदी है. आतंकवाद का मकसद हमारे देश को तोड़ना और बांटना है, लेकिन मैं यह साफ कहना चाहता हूं कि इस देश को कोई भी शक्ति तोड़ नहीं सकती.
विश्व हिंदू परिषद की मांग :सरकार पाकिस्तान में मौजूद आतंकी अड्डों को ध्वस्त करे
नयी दिल्ली. जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर भीषण आतंकी हमले के अगले दिन शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कहा कि पाकिस्तान में सरकार को पाकिस्तान स्थित आतंकी अड्डों को ध्वस्त करना चाहिए. उसने उम्मीद जतायी कि भारत सरकार इसका दृढ़तापूर्वक और प्रभावी जवाब देगी.
विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि यह हरकत धर्म के नाम पर कट्टरपंथ में रंग चुके स्थानीय युवक ने की है. स्पष्ट तौर पर युवकों को धर्म और ‘जन्नत’ के नाम पर जिहाद छेड़ने और हत्याएं करने के लिए भर्ती किया जा रहा है. यह पूरी मानवता के लिए चुनौती है. विश्व बिरादरी को जवाब देने के लिए उठ खड़ा होना होगा.
पंजाब के सीएम ने ललकारा :जनरल बाजवा, तू जानता नहीं हम भी पंजाबी हैं: अमरिंदर सिंह
चंडीगढ़. पुलवामा हमले पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाक सेना प्रमुख को खुली चेतावनी दी. सिंह ने पंजाब विस में पाक आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा को सीधा-सीधा ललकारा. कहा, ‘इस हमले के लिए जनरल बाजवा जिम्मेदार है. बाजवा तू पंजाबी हैं तो असी वी पंजाबी हां. तू पंजाब में आके दिखाना.’ बाजवा तू जानता नहीं हम भी पंजाबी हैं. उन्होंने सदन में प्रस्ताव भी पास किया.
पाक पर नवजोत का रुख :आतंकवाद का कोई मजहब व कोई जाति नहीं होती : सिद्धू
चंडीगढ़. पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि इस समस्या को स्थायी तौर पर हल करने के लिए बातचीत करनी चाहिए. उन्होंने आतंकी हमले को निंदनीय और कायरतापूर्ण करार दिया. पाकिस्तान पर नरम रुख दिखाते हुए सिद्धू ने यह भी कहा कि आतंकवाद का कोई देश, मजहब और जाति नहीं होती.
इजराइल के पीएम बोले :प्रिय मित्र मोदी, आतंकवाद के खिलाफ हम आपके साथ हैं
जॉर्डन. पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद देश ही नहीं दुनियाभर के लोग इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा कर रहे हैं. इसी बीच अब इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि मेरे प्रिय मित्र, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हम आपके साथ खड़े हैं. उन्होंने आगे कहा इस जघन्य आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा बलों और भारत के लोगों, पीड़ित परिवारों के प्रति हम अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं.