अमरावती : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुंटूर में एक रैली में उन्हें ‘लोकेश का पिता’ कह कर संबोधित किये जाने पर पलटवार करते हुए कहा है कि आप (मोदी) ने तो अपनी पत्नी को छोड़ दिया है.
तेदेपा प्रमुख ने कहा कि लेकिन वह अपने परिवार से प्यार करते हैं और उसका सम्मान करते हैं. नायडू ने कहा, (पर) आपने तो अपनी पत्नी को छोड़ दिया. क्या परिवार नाम की व्यवस्था के प्रति आपके मन में कोई सम्मान है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का ना तो कोई परिवार है, और ना ही कोई बेटा. नायडू ने विजयवाड़ा में एक जनसभा में कहा, चूंकि आपने मेरे बेटे का जिक्र किया है, इसलिए मैं आपकी पत्नी का जिक्र कर रहा हूं. लोगों, क्या आप जानते हैं कि नरेंद्र मोदी की एक पत्नी भी हैं? उनका नाम जशोदाबेन है. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी पर अपना हमला जारी रखते हुए उन पर देश और सभी संस्थाओं को बर्बाद करने का आरोप लगाया. नायडू ने कहा, प्रधानमंत्री एक चायवाला होने का दावा करते हें, लेकिन उनका सूट-बूट देखिये.
आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा होने के बाद शुरुआत में उसका स्वागत करनेवाले नायडू ने अब इसे तुगलकी फैसला करार दिया है. उन्होंने कहा, उन्होंने (मोदी ने) 1000 रुपये के नोट चलन से बाहर कर दिये, लेकिन 2000 रुपये के नोट ले आये. इससे भ्रष्टाचार कैसे खत्म होगा. तेदेपा ने आंध्र प्रदेश के बंटवारे के बाद राज्य के साथ हुए अन्याय का विरोध करते हुए पिछले साल मार्च में राजग छोड़ दिया था. नायडू ने आरोप लगाया कि विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री की गुंटूर रैली के लिए भीड़ जुटायी थी क्योंकि राज्य में भाजपा का जनसमर्थन पूरी तरह से खत्म हो गया है.
नायडू ने बाद में पार्टी नेताओं से कहा, यह एक बार फिर से तय हो गया है कि तेलुगू लोग उन्हें सबक सिखायेंगे, जिन्होंने उनके साथ विश्वासघात किया . उन्होंने कहा, हमने जो वापस जाओ का नारा लगाया उसमें आपसे गुजरात स्थित अपने गांव वापस जाने को कहा क्योंकि आप प्रधानमंत्री होने के योग्य नहीं हैं.