नयी दिल्ली :पश्चिम बंगाल में सीबीआई और पुलिस के बीच गतिरोध का असर संसद में भी दिखा और संसद के दोनों ही सदन में विपक्ष का हंगामा जारी रहा, जिसके कारण दो बजे के बाद कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी.लोकसभा में आज तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों के भारी हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. सदन की कार्यवाही जब दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे आरंभ हुई तो स्थिति हंगामेदार बनी रही.
तृणमूल कांग्रेस के सदस्य आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी करने लगे. इस पर संसदीय कार्य मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होनी है और ऐसे में सदस्य अपनी जगह पर चलें जाएं और कार्यवाही चलने दें. स्पीकर सुमित्रा महाजन ने हंगामा कर रहे तृणमूल सदस्यों से कहा कि मामला उच्चतम न्यायालय में चल रहा है और फैसला वहीं होना है तथा ऐसे में यहां हंगामा करने से क्या होगा. सुमित्रा महाजन की अपील के बाद भी तृणमूल सदस्यों की नारेबाजी जारी रही.
इस पर स्पीकर ने करीब दो बजकर 10 मिनट पर कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले तृणमूल सदस्यों के हंगामे के कारण ही सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी थी. शून्यकाल में तृणमूल कांग्रेस के सौगत रॉय, बीजद के भर्तृहरि महताब और कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर विपक्षी दलों के शासन वाले राज्यों में सीबीआई का दुरुपयोग करने का और एजेंसी को राजनीतिक हथियार बनाने का आरोप लगाया. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल सरकार से उम्मीद जताई कि वह सारधा घोटाले में सीबीआई की जांच में सहयोग करेगी और अनुकूल माहौल उपलब्ध कराएगी.
लोकसभा की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे आरंभ होने के साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस और कुछ अन्य दिवंगत पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने जैसे ही प्रश्नकाल आगे बढ़ाया तृणमूल कांग्रेस के नेता सौगत रॉय ने कहा कि उन्होंने कार्यस्थगन प्रस्ताव दे रखा है. इस पर सुमित्रा महाजन ने कहा कि वह प्रश्नकाल के बाद इस पर विचार करेंगी. इस पर तृणमूल के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए. उन्होंने ‘लोकतंत्र बचाओ’ और ‘संविधान बचाओ’ के नारे लगाए. इस दौरान कांग्रेस के सदस्य भी राफेल मामले की जांच की मांग करते हुए आसन के निकट पहुंच गए. उन्होंने अपने हाथों में तख्तियां भी ले रखी थीं. राजद सदस्य जयप्रकाश नारायण यादव भी तृणमूल कांग्रेस सदस्यों के साथ नारेबाजी करते देखे गए.
उधर राज्यसभा की कार्यवाही भी दोपहर दो बजे जब शुरू हुई तो तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने पश्चिम बंगाल में सीबीआई से संबंधित घटनाक्रम पर तुरंत चर्चा कराये जाने से संबंधित अपने नोटिस का उल्लेख किया. इस पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि उन्होंने पहले ही कहा था कि शून्यकाल में यह मुद्दा उठाया जा सकता है। इसके बाद उन्होंने सदस्यों से कहा कि राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव एक ऐसा अवसर है जिस पर चर्चा के दौरान वे अपनी बात तथा अपने राज्यों से संबंधित मुद्दे रख सकते हैं. इस बीच, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के सदस्य नारे लगाते हुए आसन के समक्ष आ गए। कांग्रेस, बसपा और वामदलों के सदस्य अपने स्थानों पर खड़े हो कर कुछ कहते देखे गए। सभापति ने आसन के समक्ष आ गये तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के सदस्यों से पूछा कि क्या आप चर्चा नहीं चाहते हैं? क्या आप चर्चा को बाधित करना चाहते हैं? अपनी बात का कोई असर नहीं होते देख नायडू ने कुछ ही पल बाद सदन की बैठक को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया.

