नयी दिल्ली : चौदह घंटे लंबी रेल यात्रा के दौरान तन्वी मिश्रा के पास सेनेटरी नैपकिन नहीं होने के कारण टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करने का कष्टकारी अनुभव हुआ जिसके बाद उन्होंने ट्रेनों में सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाने का अनुरोध करने वाली मुहिम को आकार दिया.
मिश्रा द्वारा तीन हफ्ते पहले चेंज डॉट ओआरजी पर शुरू की गयी मुहिम पर अब तक आठ हजार लोग हस्ताक्षर कर चुके हैं. 27 वर्षीय तन्वी पेशे से इंजीनियर हैं. यहां से गोरखपुर जाने वाली हमसफर एक्सप्रेस पर अपने साथ हुए अनुभव को उन्होंने विस्तार से बताया है. उन्होंने अपने कठिन अनुभव के बारे में लिखा, दीदी आपके पास पैड होगा क्या?, इस पर उत्तर मिला, मेरे पास तो नहीं है, तुम्हें लेकर चलना चाहिए ना! इसके बाद तन्वी ने कहा, लेकर चलती हूं पर…, सहयात्री ने कहा, ट्रेन में पैड कहां मिलेगा तुम्हें! ये टिश्यू पेपर ले लो. इस बारे में पूछे जाने पर रेलवे ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाने का कार्य पहले ही शुरू कर दिया गया है. एक अधिकारी ने बताया, पूर्व तट रेलवे ने 36 ट्रेनों में इस प्रकार की 91 मशीन लगायी हैं.
मिश्रा ने बताया कि आगे की यात्रा को किसी पत्थर की तरह किनारे की सीट पर बैठकर उन्होंने काटा. प्रार्थना करती रही कि यह भयानक यात्रा जल्द समाप्त हो जाये. रेल मंत्री को भेजी अपनी याचिका में उन्होंने ना केवल इस तरह की मशीनें लगाने की मांग की है, बल्कि महिलाओं के लिए अलग से शौचालय बनवाने का मुद्दा भी उठाया है. वह चाहती हैं कि 2019 के आम चुनाव के दौरान यह मुद्दा महिला सशक्तीकरण के हिस्से के रूप में उठे.