नयी दिल्ली : मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) को आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मतदाता सूचियों के अद्यतन का काम समय से पूरा करने और प्रत्येक मतदाता का नाम सूची में जोड़ने को सुनिश्चित करने के लिए कहा है.
सभी राज्यों और केन्द्र शासित क्षेत्रों में लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) की दो दिवसीय बैठक में अरोड़ा ने निर्वाचन प्रक्रिया से सभी वांछित मतदाताओं को जोड़ने के हरसंभव उपाय करने की जरूरत पर बल दिया. इस दौरान सीईओ ने अपने अपने राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए जारी तैयारियों का ब्योरा पेश किया. आयोग की एक विज्ञप्ति में यह जानकारी देते हुए बताया गया कि राज्यों के सीईओ ने मतदाता सूचियों को अद्यतन करने, चुनाव प्रक्रिया की कार्ययोजना, वीवीपेट एवं ईवीएम के कुशल संचालन हेतु प्रशिक्षण और नये मतदाताओं को जोड़ने की प्रक्रिया को समय से पूरा करने के लिए किये जा रहे कार्यों के बारे में रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किये.
बैठक में चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और उप चुनाव आयुक्तों के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया. अरोड़ा ने कहा कि मतदाता सूचियों को त्रुटिरहित बनाते हुए प्रत्येक संभावित मतदाता के पंजीकरण का अभियान समयबद्ध तरीके से पूरा करने के हरसंभव उपाय करने की जरूरत है. इसके लिए उन्होंने आयोग के मतदाता हेल्पलाइन नंबर 1950 को कारगर बनाने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि इसके माध्यम से ही मतदाता आयोग को किसी भी तरह की गड़बड़ी से अवगत करा सकते हैं. इसलिए इसका प्रभावी संचालन अनिवार्य है. उन्होंने सभी सीईओ को हेल्पलाइन के प्रभावी संचालन के लिए यथाशीघ्र निगरानी तंत्र बनाने का निर्देश दिया जिससे हेल्पलाइन पर कॉल करने वाले प्रत्येक मतदाता की शिकायत एवं शंका का निवारण हो सके.
अरोड़ा ने निर्वाचन प्रक्रिया के तहत मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को दी जानेवाली सभी सहूलियतों को भी सुनिश्चित करने को कहा. इसके लिए उन्होंने बूथ स्तर से लेकर जिला और राज्य स्तर तक स्पष्ट कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया. अरोड़ा ने इसमें मतदात केंद्रों तक समय से ईवीएम की उपलब्धता एवं इनके प्रारंभिक परीक्षण की प्रक्रिया को भी शामिल करने को कहा है. बैठक में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाववाले पांच राज्यों के सीईओ ने अपने ‘अनुभव और सबक’ साझा किये. छत्तीसगढ़ के सीईओ ने मतदान कर्मियों पर नजर रखने और इनके बीच सामंजस्य कायम करने के लिए विकसित किये गये मोबाइल एप का भी प्रदर्शन किया. जबकि, मध्य प्रदेश के सईओ ने मोबाइल एप की मदद से मतदाताओं को कतार से मुक्त करानेवाली व्यवस्था से अवगत कराया. पांचों राज्यों के सीईओ ने इस चुनाव में सूचना प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के महत्व को साबित करनेवाले अपने अनुभव साझा किये.