नयी दिल्ली, ब्यूरो
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश की अध्यक्षता में इंटर रसियन फेडरेशन इंटर पार्लियामेंट्री कांफ्रेंस का पांचवां सत्र आयोजित हुआ. इस सम्मेलन में रुस के सांसदों और भारत के लोकसभा व राज्यसभा के सांसदों ने भाग लिया. इस बैठक में दोनों देशों की साझा हितों व परस्पर सहयोग के कई अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई.
दोनों ही देश के सांसदों ने संबंधित मसलों पर अपने अनुभव को साझा करते हुए सुझाव दिये. दोनों देशों के बीच वर्षों से मजबूत, स्थायी और विश्वसनीय रिश्ते व संबंधों पर विशेष रूप से चर्चा हुई और सांसदों ने संकल्प दुहराया कि दोनों देश की संसद साथ मिलकर इस रिश्ते को और ठोस करने का प्रयास करेगी. साथ ही नये क्षेत्रों में साथ मिलकर काम करने और चुनौतियों का मुकाबला साझा रूप से मिलकर करने का भी संकल्प लिया गया.
सभा की अध्यक्षता करते हुए राज्यसभा उपसभापति हरिवंश ने बैठक में भाग लेने आये सभी सांसदों का, विशेष रूप से रुस के सांसदों का धन्यवाद करते हुए कहा कि आज जो बैठक हुई है और जिन मसलों पर चर्चा हुई है, जिन क्षेत्रों में आपसी सहयोग से काम करने और जिन विषयों व चुनौतियों पर पर काम करने की दिशा में बात हुई है, वह फलिभूत होगा और दो पुराने विश्वसनीय दोस्त भारत-रूस साथ मिलकर संभावनाओं के नये द्वार खोलेंगे.