नयी दिल्ली : करतारपुर काेरिडोर की तरह जम्मू-कश्मीर में शरदापीठ काेरिडोर बनाने के पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के बयान को भाजपा ने अतार्किक बताया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना ने कहा कि दोनों स्थितियां अलग-अलग हैं क्योंकि शारदापीठ पाकिस्तान के अवैध कब्जेवाले कश्मीर में स्थित है जिसे पाकिस्तान को खाली करना है.
रैना ने कहा, करतारपुर काेरिडोर के संदर्भ में भारत और पाकिस्तान ने अपने-अपने क्षेत्र में निर्माण कार्य करने पर सहमति व्यक्त की है, जबकि हिंदुओं का पवित्र स्थल शारदापीठ पाकिस्तान के अवैध कब्जेवाले कश्मीर में है. ऐसे में दोनों स्थितियां अलग-अलग हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जेवाले जम्मू कश्मीर का हिस्सा तो भारत का ही भाग है. भाजपा नेता ने कहा कि हम निश्चित तौर पर चाहते हैं कि लोग धार्मिक स्थल शारदापीठ जायें. इसमें मुजफ्फराबाद स्थित पीठ और मीरपुर स्थित मंदिर भी शामिल है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपने अवैध कब्जेवाले जम्मू कश्मीर के हिस्से को खाली करना है और मुद्दा यही है.
रैना ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने, खून-खराबा करने और बंदूक एवं गोला बारूद पहुंचाने का कृत्य लगातार किया जा रहा है. उन्होंने कहा, ऐसे में हमें केवल रास्ते ही नहीं खोलने हैं, बल्कि पीओके भी लेना है. जम्मू कश्मीर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला, गुलाम नबी आजाद जैसे नेताओं को इस बात पर जोर देना चाहिए कि पाकिस्तान अपने कब्जेवाले जम्मू कश्मीर के हिस्से को खाली करे. जम्मू कश्मीर में विधानसभा भंग होने की पृष्ठभूमि में अपनी पार्टी की तैयारियों का जिक्र करते हुए रैना ने कहा कि हाल ही में शहरी नगर निकायों के चुनाव में भाजपा को अच्छी जीत हासिल हुई है और आनेवाले दिनों में विधानसभा समेत अन्य चुनाव में पार्टी जीत दर्ज करेगी.
उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर में अगला मुख्यमंत्री भाजपा का होगा. भाजपा नेता ने कहा कि जनता समझ चुकी है कि अगर उन्हें इंसाफ और हक चाहिए तो भाजपा को लाना होगा. उल्लेखनीय है कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा था कि खून-खराबे से कश्मीर में मरघट जैसी खामोशी कायम करने की साजिशों के बजाय करतारपुर कोरिडोर जैसे कदम उठाकर कश्मीर मसले को हमेशा के लिए हल किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि करतारपुर कोरिडोर की तरह एलओसी पार स्थित शारदापीठ में हिंदू श्रद्धालुओं के आवागमन को आसान बनाने के लिए शारदापीठ कोरिडोर बनाया जाना चाहिए. कश्मीरी पंडितों के लिए शारदापीठ धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से बेहद अहम है. उल्लेखनीय है कि शारदापीठ देवी सरस्वती का प्राचीन मंदिर है जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में शारदा के निकट किशनगंगा नदी (नीलम नदी) के किनारे स्थित है.