श्रीनगर : भाजपा ने शनिवार को जम्मू नगर निगम के चुनावों में शानदार जीत दर्ज की वहीं कश्मीर घाटी में भी पार्टी ने 100 वार्डों में जीत हासिल की. भाजपा द्वारा अच्छा प्रदर्शन करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी लोगों की अकांक्षाओं पर खरा उतरने के लिये कड़ी मेहनत करेगी. वहीं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भी कहा कि पार्टी ने चुनावों में प्रभावशाली प्रदर्शन किया है.
उल्लेखनीय है कि राज्य में चार चरणों में शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव हुए हैं जिनका नेकां और पीडीपी ने बहिष्कार किया था. कश्मीर प्रभाग के 42 नगर निकायों के 178 वार्डों में जीत दर्ज कर निर्दलीय उम्मीदवार सबसे बड़े समूह के रूप में उभरे.
चुनाव अधिकारियों ने बताया कि घाटी में 157 वार्ड पर जीत हासिल कर कांग्रेस भाजपा से आगे थी. भगवा दल को 100 वार्डों में जीत मिली है. अलगाववादियों के बहिष्कार के आह्वान तथा आतंकवादियों की धमकी तथा नेकां और पीडीपी के भाग नहीं लेने से भाजपा और कांग्रेस दोनों को मदद मिली.
भाजपा और कांग्रेस के क्रमश: 76 और 78 उम्मीदवार निर्विरोध विजयी हुए. भाजपा 12 नगर निकायों में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है और उनमें से पांच में उसे बहुमत मिला है. कांग्रेस 15 निकायों में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है और उनमें से 11 पर उसे बहुमत मिला है.
श्रीनगर नगर निगम में कांग्रेस को 16 सीटें मिली हैं जबकि भाजपा ने चार वार्डों में जीत हासिल की है. 74 सदस्यीय निकाय में निर्दलीय उम्मीदवारों ने 53 सीटों पर जीत हासिल की है. लेह और करगिल में कांग्रेस ने बेहतरीन प्रदर्शन किया वहीं भाजपा दो निकायों में अपना खाता खोलने में भी नाकाम रही.
कांग्रेस ने लेह की सभी 13 सीटों और करगिल में छह सीटें पर जीत हासिल की. जम्मू में कांग्रेस को झटका लगा और उसे सिर्फ 14 सीटों पर ही जीत मिल सकी. अधिकारियों ने बताया कि भाजपा ने निगम चुनाव में 43 सीटों पर जीत दर्ज कर की है.
निगम की 18 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की. राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी में मतों की गिनती राजकीय पोलीटेक्नीक संस्थान में सुबह नौ बजे शुरू हुई. नतीजे आने के साथ ही भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी की जीत का जश्न मनाना शुरू कर दिया.
जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी जम्मू नगर निगम समेत अधिकतर वार्डों में अपना खाता खोलने में नाकाम रही. पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री हर्षदेव सिंह ने धांधली का आरोप लगाया और दावा किया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के कारण भाजपा को जीत मिली.