नयी दिल्ली:समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने आज लोकसभा में सत्तारुढ राजग सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि राजग को 336 सीटें जीतने पर इतना अधिक घमंड नहीं करना चाहिए. अपने राजनीतिक जीवन में इंदिरा गांधी से लेकर राजीव गांधी सरकार तक को मिले बडे बडे बहुमत देखे हैं
मुलायम ने इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आमंत्रित किए जाने के बाद दोनों नेताओं के बीच कश्मीर मुद्दे को लेकर हुई वार्ता का ब्यौरा सदन को दिए जाने की मांग की.मुलायम ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि यह सरकार महंगाई खत्म करने के वादे के साथ सत्ता में आयी थी लेकिन इसके सत्ता संभालते ही महंगाई और बढ गयी.सरकार को एक समय सीमा तय करनी चाहिए कबतक महंगाई पर काबू पाया जा सकता है.
उन्होंने राजग सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि इस जीत पर सत्तासीन दल को इतना घमंड नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘आप उछल रहे हैं. हमने बड़े बड़े बहुमत देखे हैं. इंदिरा जी को 1971 में मिला बहुमत, राजीव गांधी को 1984 में मिला बहुमत लेकिन घमंड नहीं करना चाहिए.’’ देश में छह करोड पंजीकृत शिक्षित बेरोजगार युवकों की रोजगार समस्या उठाते हुए मुलायम ने सरकार से स्पष्ट आश्वासन मांगा कि वह कब तक इन युवकों को रोजगार देगी.
उन्होंने कहा कि यदि यह सरकार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और चीन के कब्जे वाले कश्मीर के हिस्से को वापस हासिल करने के लिए कोई कदम उठाती है तो सपा उसका पूरा पूरा समर्थन करेगी. उन्होंने सरकार से जानना चाहा कि वह इन दोनों महत्वपूर्ण मुद्दों पर कब तक कार्रवाई करेगी.
मुलायम ने भाषायी सशक्तीकरण पर अभिभाषण में जोर दिए जाने का स्वागत किया और कहा कि तमिल, तेलुगू, कन्नड, बंगाली समेत सभी क्षेत्रीय भाषाओं को मजबूत किया जाना चाहिए क्योंकि मातृभाषा में कही गयी बात का अधिक प्रभाव होता है.’’ उन्होंने कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा कि ‘गिटपिट गिटपिट’ अंग्रेजी बोलने वाले अधिकतर उस तरफ के लोग हैं.
हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से राज्य में सत्तारुढ सपा के खाते में केवल पांच सीटें आयी थीं. मुलायम दो सीटों मैनपुरी और आजमगढ से चुनाव लडे थे और दोनों जगह विजयी हुए. उन्होंने आजमगढ सीट रखने का फैसला किया है और मैनपुरी सीट से इस्तीफा दे दिया है. इस प्रकार अब सपा के पास केवल चार सीटें हैं.