नागपुर : पाकिस्तान को तकनीकी सूचना कथित रूप से लीक करने के सिलसिले में सोमवार को निकट स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस इकाई के एक इंजीनियर को गिरफ्तार किया गया. एक एटीएस अधिकारी ने यह जानकारी दी.
आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के एटीएस के एक संयुक्त अभियान में ब्रह्मोस के वर्धा रोड केंद्र से निशांत अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया. निशांत के मकान मालिक मनोहर काले ने बताया कि यह इंजीनियर वर्धा रोड पर पिछले वर्ष से किराये के मकान में रह रहा था. काले ने बताया कि पुलिस टीम सुबह साढ़े पांच बजे इमारत में पहुंची और शाम पांच बजे तक वहां रही. उन्होंने बताया कि अग्रवाल रुड़की का रहनेवाला था और दो महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी. उन्होंने कहा, वह यहां पत्नी के साथ रह रहा था और उसने यहां आने पर मुझे अपने आधार कार्ड की प्रति और अपने नियोक्ता का एक प्रमाणपत्र दिया था.
ब्रह्मोस एयरोस्पेस का गठन भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और रूस के ‘मिलिट्री इंडस्ट्रीयल कंसोर्टियम’ एनपीओ मशिनोस्त्रोयेनिया के बीच संयुक्त उद्यम के रूप में किया गया है. आरोप है कि निशांत भारत के अति महत्वपूर्ण मिसाइल ब्रह्मोस से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान और अमेरिका को दे रहा था. निशांत पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ को जानकारी देने का आरोप है. उस पर ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
निशांत के पास भारत की अति महत्वपूर्ण ब्रह्मोस मिसाइल से जुड़ी सीक्रेट जानकारियों की पहुंच थी. इससे पहले रविवार रात को भी इसी टीम ने कानपुर से एक महिला को गिरफ्तार किया था. हालांकि, उसके पास से कुछ नहीं मिला था. ब्रह्मोस 3700 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से 290 किलोमीटर तक के ठिकानों पर वार कर सकती है. ब्रह्मोस कम ऊंचाई पर उड़ान भरती है इसलिए रडार की पकड़ में नहीं आती.