मुंबई : पेट्रोल और डीज़ल के बढ़ते दामों से फर्क नहीं पड़ने के अपने बयान के लिये लोगों की आलोचना झेल रहे केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने रविवार को अपनी टिप्पणी पर खेद जताया और कहा कि उनकी मंशा आम आदमी की भावनाओं को आहत करना नहीं था.
मुंबई में जारी एक बयान में सामाजिक न्याय राज्य मंत्री अठावले ने कहा कि वह समझते हैं कि ईंधन की बढ़ती कीमतों से लोग प्रभावित हो रहे हैं. उन्होंने कहा, मैं उन लोगों की भावनाएं समझता हूं जो ईंधन के बढ़ते दामों से प्रभावित हो रहे हैं. आम आदमी की भावनाओं को आहत करने का मेरा कोई इरादा नहीं था.
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के एक धड़े के प्रमुख अठावले ने शनिवार को जयपुर में एक संवाददाता सम्मेलन में विवादित बयान दिया था. उन्होंने मंत्री के तौर पर मिलने वाले भत्ते का हवाला देते हुए कहा, मैं ईंधन के बढ़ते दामों से प्रभावित नहीं हूं क्योंकि मैं एक मंत्री हूं.
उन्होंने कहा था, अगर मेरा मंत्री पद छूट जाता है तो मुझे असर पड़ सकता है. अठावले से पूछा गया था कि क्या ईंधन के बढ़ते दामों से वे व्यक्तिगत रूप से प्रभावित हैं.