मुंबई : अमित शाह और उद्धव ठाकरे के बीच बुधवार को हुई मुलाकात के बाद भी दोनों दलों के बीच गतिरोध दूर नहीं होने का संकेत देते हुए शिवसेना ने गुरुवारकाे जोर दिया कि अगला लोकसभा चुनाव (2019) अकेले लड़ने का उसका फैसला भाजपा अध्यक्ष द्वारा नहीं बदला जा सकता.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, पार्टी प्रमुख (शिवसेना) द्वारा लिया गया कोई फैसला किसी अन्य दल के अध्यक्ष द्वारा नहीं बदला जा सकता. सिर्फ शिवसेना या उद्धव ही पार्टी का फैसला कर सकते हैं. उन्होंने जिक्र किया कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की जनवरी में हुई बैठक में उद्धव ने घोषणा की थी कि पार्टी आगामी सभी चुनाव भाजपा के साथ गठबंधन किये बगैर लड़ेगी. राउत ने अटकलों को खारिज करने का प्रयास करते हुए कहा कि भाजपा और शिवसेना के बीच की बातचीत से अगले लोकसभा चुनावों के लिए उनका गठबंधन हो जायेगा. राउत ने भाजपा को दोषी ठहराते हुए कहा, बाहर चल रही अटकलें सही नहीं हैं. बुधवार की रात शाह और ठाकरे के बीच दो घंटे चली बैठक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, दो नेताओं ने बंद कमरे में मुलाकात की. तीसरा व्यक्ति नहीं जान सकता कि क्या चर्चा हुई.
बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर उपचुनाव को लेकर शिवसेना और भाजपा में टकराव हुआ था उसके साथ कई अन्य मुद्दों पर गठबंधन में जिस तरह से दूरियां बढ़ी हैं उसे पाटने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह बुधवार को मुंबई पहुंचे और मातोश्री जाकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. ऐसा माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच आनेवाले समय में कुछ और मुलाकातें हो सकती हैं. बुधवार को शाह-उद्धव की मुलाकात से पहले सामना के जरिये शिवसेना ने तीखा हमला बोला था. सामना में लिखा गया कि अमित शाह इन चुनावों में किसी भी तरह 350 सीटें जीतना चाहते हैं.
उद्धव से मिलने के बाद अमित शाह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ अथितिगृह पहुंचे, जहां भाजपा नेताओं के साथ उन्होंने देर रात तक बैठक की. समझा जा रहा है कि इस बैठक में उद्धव से हुई चर्चा पर शाह ने भाजपा नेताओं के साथ मंथन किया. साथ ही, आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी विचार-विमर्श भी किया.