नयी दिल्ली/लखनऊ : सीबीआई ने उत्तर प्रदेश के उन्नाव में नाबालिग लड़की से कथित बलात्कार के मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया. इससे कुछ घंटे पहले ही इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने विधायक की तत्काल गिरफ्तारी का आदेश दिया था.
उधर, महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों को लेकर सरकार पर तेज हो रहे विपक्ष के हमलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऐसी घटनाएं निश्चित तौर पर सभ्य समाज के लिये शर्मनाक हैं और इन मामलों में कोई भी अपराधी नहीं बचेगा, न्याय होकर रहेगा. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार आधी रात को उन्नाव और कठुआ मामलों को लेकर कैंडल मार्च निकाला था. दिल्ली के अलीपुर में डा. आंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक के उद्घाटन के दौरान मोदी ने कहा, ‘‘ देश के किसी भी राज्य में, किसी भी क्षेत्र में होने वाली ऐसी वारदातें हमारी मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देती हैं. मैं देश को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि कोई अपराधी बचेगा नहीं, न्याय होगा और पूरा होगा. कोई अपराधी नहीं बचेगा.” सीबीआई ने गिरफ्तारी से पहले सेंगर से लंबी पूछताछ की थी और फिर हिरासत में लिया था.
नयी दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि सेंगर को शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे लखनऊ में नवल किशोर रोड स्थित सीबीआई के कार्यालय लाया गया था. इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने सेंगर की तत्काल गिरफ्तारी का आदेश देते हुए कहा था कि वह कानून एवं व्यवस्था की मशीनरी को ‘प्रभावित कर रहे हैं.’ इस मामले में पहली प्राथमिकी कथित बलात्कार के संबंध में है जिसमें सेंगर और एक महिला शशि सिंह आरोपी हैं। दूसरी प्राथमिकी हिंसा से और पीड़िता के पिता की न्यायिक हिरासत में मौत से संबंधित है. हिंसा मामले में चार स्थानीय लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, चूकि पुलिस ने हत्या के आरोप बाद में जोडे़ हैं इसलिए ये सीबीआई की प्राथमिकी में दर्ज नहीं है.
तीसरा मामला पीड़िता के पिता के खिलाफ उन आरोपों से जुडा है जिसमें उन्हें शस्त्र कानून के तहत गिरफ्तार करके स्थानीय पुलिस ने जेल में बंद कर दिया था. वहां रहस्यमयी हालत में उनकी मौत हो गयी थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनके शरीर पर चोट के निशान पाये जाने की बात सामने आयी है. पीड़िता का आरोप है कि विधायक ने चार जून 2017 में अपने आवास पर उसके साथ दुष्कर्म किया था जब वह अपने रिश्तेदार के साथ वहां नौकरी मांगने गयी थी. पीड़िता के पिता की विधायक के भाई तथा अन्य की कथित तौर पर मारपीट के बाद करीब एक सप्ताह के बाद न्यायिक हिरासत में मौत हो गयी थी.
पूरा मामला उस वक्त सुर्खियों में आया जब नाबालिग पीड़िता ने सेंगर के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के समक्ष रविवार को आत्मदाह का प्रयास किया. अपने विधायक पर बलात्कार के आरोप लगने से शर्मिंदगी झेल रही योगी आदित्यनाथ सरकार ने कल इन मामलों को जांच के लिए केंद्र के पास भेज दिया था. लड़की के पिता की मौत के पहले का एक तथाकथित वीडियो वायरल हो गया था जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि पुलिस की मौजूदगी में विधायक के भाई तथा अन्य ने उनके साथ मारपीट की थी. उन्हें रायफल के बट तथा लाठी डंडों से मारा गया था.