नयी दिल्ली : कांग्रेस संगठन में शुक्रवार को हुए बड़े फेरबदल के तहत जनार्दन द्विवेदी की जगह राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पार्टी में संगठन महासचिव की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गयी. साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह को ओड़िशा एवं सांसद राजीव सातव को गुजरात का एआईसीसी प्रभारी बनाया गया है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी में पिछले कई वर्षों से संगठन महासचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे द्विवेदी को इस पद एवं महासचिव की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया. उनकी जगह गहलोत को संगठन एवं प्रशिक्षण का प्रभारी महासचिव बनाया गया है. गहलोत से गुजरात के एआईसीसी प्रभारी की जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गयी है. गहलोत ने गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रभारी के तौर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी जिसके कारण इस बार के चुनाव में कांग्रेस के विधायकों की संख्या बढ़ कर 77 हो गयी जो पहले 60 थी. द्विवेदी ने शुक्रवार को जारी एक बयान में बताया कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनकी जगह गहलोत को यह जिम्मेदारी सौंपी है. द्विवेदी को पार्टी महासचिव पद से भी हटा दिया गया है. बयान में कहा गया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने महासचिव पद पर द्विवेदी के योगदान के लिए उनका आभार व्यक्त किया है.
द्विवेदी संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के काफी नजदीकी माने जाते रहे हैं. पार्टी के संगठन महासचिव के रूप में जनार्दन द्विवेदी ने एक बयान में बताया कि राहुल गांधी ने जितेंद्र सिंह को बीके हरिप्रसाद के स्थान पर ओड़िशा का एआईसीसी प्रभारी बनाया है. बयान में यह भी कहा गया कि बीके हरिप्रसाद ओड़िशा के प्रभारी महासचिव पद से हट गये हैं. कांग्रेस ने पार्टी सांसद राजीव सातव को गुजरात में एआईसीसी का प्रभारी बनाया है. राहुल ने हाल में संपन्न पार्टी के दिल्ली महाधिवेशन में स्पष्ट तौर पर यह संदेश दिया था कि संगठन में युवा एवं वरिष्ठ नेताओं के बीच की दीवार को गिराया जायेगा. पार्टी अध्यक्ष ने इसी सप्ताह गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति का अध्यक्ष युवा चेहरे और चार बार से विधायक अमित चावड़ा को बनाया है. उन्हें भरत सिंह सोलंकी की जगह यह जिम्मेदारी सौंपी गयी है. कांग्रेस अध्यक्ष ने अखिल भारतीय कांग्रेस सेवा दल के मुख्य संयोजक पद पर लालजी देसाई को नियुक्त किया है. उन्हें महेंद्र जोशी की जगह यह जिम्मेदारी दी गयी है.