प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के गढ़ गुजरात में विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान अपने आखिरी दौर में पहुंच गया है.
कुछ घंटे में वोटिंग खत्म हो जायेगी और एक्जिट पोल आने लगेंगे, जिसको लेकर देश भर में उत्सुकता है. चुनावी मैदान में मुख्य तौर पर भाजपा और कांग्रेस के बीच टक्कर है. दोनों पार्टियां अपनी जीत पक्की करने के लिए पूरा जोर लगा रही हैं.
जहां राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस ने इस बार आक्रामक अंदाज में चुनाव प्रचार किया है, वहीं राज्य में 22 साल से सत्ता में काबिज भाजपा के सामने अपना गढ़ बचाने की चुनौती है.
दोनों प्रमुख पार्टी अपनी जीत को लेकर इस बार आत्मविश्वास से भरी नजर आ रही है लेकिन गुजरात चुनाव को लेकर अब तक आये ओपिनियन पोल अलग ही कहानी बताते रहे हैं. बहरहाल इस बार भी मुकाबला दिलचस्प है और चुनाव को लेकर आने वाले एक्जिट पोल उत्सुकता को चरम पर ले जायेंगे.
गुजरात चुनाव को लेकर मतदान का रुझान बतानेवाले ये ओपिनियन पोल्स कितने सही साबित होते रहे हैं, इसे जानने के लिए हम आपके लिए लेकर आये हैं गुजरात में हुए पिछले दो विधानसभा चुनावों के ओपिनियन पोल्स के आंकड़े और इनके साथ ही वास्तविक चुनाव परिणाम के अांकड़े. तो आइए जानें –
गुजरात में कुल विधानसभा सीटें – 182
2017 के अनुमान
इंडिया टुडे – एक्सिस माई इंडिया
भाजपा – 115-125
कांग्रेस – 62-71
अन्य – 0-3
टाइम्स नाउ
भाजपा – 111
कांग्रेस – 68
अन्य – 3
एबीपी-सीएसडीएस
भाजपा – 91-99
कांग्रेस – 78-74
अन्य – 4-5
इंडिया टीवी
भाजपा – 106-117
कांग्रेस – 63-73
अन्य – 2-4
एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस
भाजपा – 113-121
कांग्रेस – 58-64
अन्य – 1-7
2012 के अनुमान –
सी वोटर – टाइम्स नाउ
भाजपा – 119 – 129
कांग्रेस – 49 – 59
चाणक्या – न्यूज 24
भाजपा – 140 – 117
कांग्रेस – 40
हेडलाइंस टुडे
भाजपा – 118 – 128
कांग्रेस – 50 – 56
एबीपी न्यूज
भाजपा – 126
कांग्रेस – 50
यह था परिणाम –
भाजपा – 115
कांग्रेस – 61
2007 के अनुमान –
सीएसडीएस
भाजपा – 100
कांग्रेस – 76
एसी नील्सन
भाजपा – 103
कांग्रेस – 76
सी वोटर
भाजपा – 98
कांग्रेस – 81
लेंस ऑन न्यूज
भाजपा – 115
कांग्रेस – 60
यह था परिणाम –
भाजपा – 117
कांग्रेस – 59
तो ये थे गुजरात विधानसभा के पिछले दो चुनावों के एक्जिट पोल और वास्तविक आंकड़े. इन आंकड़ों को देख कर यह तो माना ही जा सकता है कि एक्जिट पोल आंशिक रूप से कई बार सफल होते हैं और वे चुनाव परिणाम के आसपास होते हैं, हां इसके लिए यह जरूरी है कि उसमें वैज्ञानिकता का पुट हो और एक्जिट पोल करने वाली एजेंसी का सैंपल साइज बड़ा और हर वर्ग को समाहित करता हुआ हो.