नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में केंद्रीय मंत्रिपरिषद में रविवार को होने वाले फेरबदल के एक दिन पहले कांग्रेस ने कांग्रेस ने निशाना साधा है. इसके साथ ही, उसने सवाल भी खड़े किये हैं कि क्या जिन मंत्रियों ने इस्तीफे दिये हैं या जिन्हें हटाया जा सकता है, उनका भ्रष्टचार के मामलों से कोई संबंध है. कांग्रेस ने केंद्र पर भ्रष्टाचार के मामलों में जांच के तहत विपक्षी नेताओं से निपटने में चुनींदा रूप से और अवसरवादी तरीके से काम करने का आरोप लगाया.
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कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री और भारत सरकार को उन लोगों के नाम तथा विभाग साझा करने चाहिए, जिनका खास तौर पर नाम लिया गया है. कांग्रेस नेता ने ऐसे लोगों के खिलाफ नियमित मामले और प्राथमिक जांच की भी मांग की. सिंघवी ने कहा कि यह स्वाभाविक है कि लगातार चुप्पी की व्याख्या जवाबदेही की कमी या चुनिंदा जवाबदेही या अवसरवादी जवाबदेही के रूप में की जायेगी.
कांग्रेस ने मामले में आपराधिक कानूनी कार्रवार्इ की भी मांग की. विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर आप सरकार में हैं, मंत्रिपरिषद में हैं और सत्तारूढ़ पार्टी के करीब हैं, तो अलग तरह की जवाबदेही होगी, जो नंबर जीरो से शुरू होती है. उन्होंने कहा कि अगर आप नहीं हैं, तो अलग प्रकार की जवाबदेही होती है, जो 100 प्रतिशत से भी ज्यादा हो सकती है.