मुंबई : 57 वर्षीय राजेश दोषी महाराष्ट्र के घाटकोपर में मंगलवार की सुबह ढही चार मंजिली इमारत के मलवे में दब गये. दिनभर उनका कोई पता नहीं चला. परिजन चिंतित थे. सात घंटे बाद उन्होंने मलवे के अंदर से बेटे के मोबाइल पर कॉल किया और बचा लिये गये…
घाटकोपर हादसे में अबतक 17 की मौत: कहीं इसलिए तो भरभराकर नहीं गिर गयी चार मंजिला इमारत…
घड़ी के ये चार वक्त
सुबह 10.30 : बिल्डिंग गिरी. मलवे में राजेश दोषी दब गये.
शाम 5.30 : बेटे को आया फोन- सांसें चल रही हैं, बाहर निकालो.
शाम 6.30 : एनडीआरएफ टीम उन्हें बचाने मौके पर पहुंची.
शाम 7.30 : एनडीआरएफ उन्हें बाहर निकालने में कामयाब हुई.
मोबाइल ने बचायी जिंदगी
राजेश दोषी खुशनसीब थे कि उनका मोबाइल काम कर रहा था और हादसे के करीब सात घंटे बाद अपने परिवार से बात कर सके. राजेश जैसे और भी कुछ लोग हैं, जो इस तरह से मलबे से बाहर निकल पाने में कामयाब हुए. मलबे में फंसे कई अन्य लोगों ने भी अपने परिजनों से फोन पर बात की और इस भयंकर हादसे का शिकार होने से बच पाये. मलवे से 28 लोगों को निकाल चुका है. इनमें से 17 की मौत हो चुकी है.