– कवि गोपेश कुमार चौधरी की कविता संग्रह ‘मुंडेर’ का हुआ विमोचन संवाददाता, पटना गर्दनीबाग स्थित बापू टावर में बिहार नवोदय परिवार द्वारा कवि गोपेश कुमार चौधरी के कविता-संग्रह ‘मुंडेर’ का विमोचन साहित्यकारों की उपस्थिति में हुआ. कार्यक्रम में वक्ताओं ने संग्रह की कविताओं को समकालीन जीवन का सशक्त चित्रण बताया. वरिष्ठ साहित्यकार हृषीकेश सुलभ ने कहा कि ‘गोपेश की कविताएं आज के मनुष्य के आंतरिक द्वंद्व और संघर्ष का मार्मिक चित्र खींचती हैं. ‘मुंडेर’ हमारे समय की सच्ची दस्तावेज है.’ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रख्यात कवि प्रो अरुण कमल ने कहा कि मुंडेर केवल कविताओं का संग्रह नहीं, बल्कि जीवन और समाज का दर्पण है. गोपेश ने शब्दों से समय को पकड़ने का काम किया है. वहीं, डॉ शिव नारायण ने संग्रह की विशेषता इसकी सहजता और गहराई को बताया. उन्होंने कहा कि कवि ने सामान्य जीवन के छोटे अनुभवों को बड़ी कविता में रूपांतरित कर दिया है. कथाकार अशोक ने कहा कि मुंडेर की कविताएं सिर्फ पढ़ने के लिए नहीं, महसूस करने के लिए हैं. यह संग्रह पाठक के भीतर संवाद पैदा करता है. महेंद्र मलंगिया ने कहा कि इस संग्रह में संवेदना और सामाजिक सरोकार दोनों बराबर मौजूद हैं. संतोष दीक्षित ने टिप्पणी की कि गोपेश का यह संग्रह समय के प्रश्नों से मुठभेड़ करने का साहस देता है. इसमें उम्मीद भी है और प्रतिरोध भी. कार्यक्रम का संचालन गगन गौरव व पंकज झा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन बिहार नवोदय परिवार के अध्यक्ष अनिल कुमार ने किया.
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