8वीं की परीक्षा में आंतरिक मूल्यांकन का नहीं भेजा रिजल्ट
आठवीं के 5.18 लाख विद्यार्थियों का रिजल्ट है लंबित
Jamshedpur :
राज्य के 2691 सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपलों को शोकॉज किया गया है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से जारी नोटिस में बताया गया कि सभी प्रिंसिपलों को आठवीं और नौवीं की परीक्षा के आंतरिक मूल्यांकन के अंकों को जैक के पोर्टल पर ऑनलाइन संधारण करना था. इसकी अंतिम तिथि 30 मार्च तय की गयी थी. इसके बाद शिक्षकों के अनुरोध पर इसकी तिथि बढ़ाकर 12 अप्रैल की गयी. लेकिन इसके बावजूद राज्य के कुल 2691 ऐसे विद्यालय हैं, जहां आठवीं की परीक्षा में विद्यार्थियों को मिले आंतरिक अंकों का ऑनलाइन संधारण नहीं किया गया है. इसे जैक ने घोर लापरवाही करार दिया है. उक्त विद्यालय के शिक्षकों की वजह से राज्य के कुल 5.18 लाख परीक्षार्थी घर में बैठे हुए हैं. जबकि राज्य के सरकारी स्कूलों में एक अप्रैल से ही नये सत्र की शुरुआत हो गयी है. जैक के सचिव ने सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि हर हाल में 18 अप्रैल तक आठवीं की परीक्षा में विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन में मिले अंकों का ऑनलाइन संधारण हो जाये, उसके बाद पोर्टल को बंद कर दिया जायेगा. इसके बाद किसी भी प्रकार के अभ्यावेदन पर विचार नहीं किया जायेगा. साथ ही शिक्षकों की लापरवाही से अगर छात्रों का रिजल्ट प्रभावित होता है, तो इसके लिए विद्यालय के प्रधान को जिम्मेदार माना जायेगा. उन पर कार्रवाई की जायेगी. कुछ यही स्थिति नौवीं का भी है. नौवीं में कुल 23 स्कूलों के बच्चों के आंतरिक मूल्यांकन का रिजल्ट नहीं अपलोड किया गया है.8वीं में किस जिले के कितने स्कूलों के बच्चों का अंक ऑनलाइन पोर्टल पर नहीं भेजा गया
रांची- 202गुमला – 100लोहरदगा- 44सिमडेगा- 65खूंटी- 56
हजारीबाग- 140गिरिडीह- 195धनबाद- 149चतरा- 82
बोकारो- 158कोडरमा- 63रामगढ़- 62पलामू- 220
गढ़वा- 98लातेहार- 81दुमका- 166देवघर- 132
साहिबगंज- 77पाकुड़- 53गोड्डा- 133जामताड़ा- 57
पूर्वी सिंहभूम- 133पश्चिमी सिंहभूम- 94सरायकेला खरसांवा- 131
सरकारी स्कूलों में बढ़ रहा है ड्रॉप आउट
21 अप्रैल से 10 मई तक चलेगा बैक टू स्कूल अभियान
झारखंड के सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2023-24 में कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों की संख्या में 2.23 लाख की कमी दर्ज की गयी है. यह आंकड़ा उन 13 राज्यों में से एक है, जहां सरकारी स्कूलों में एडमिशन में गिरावट देखी गयी है. इसे लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग गंभीर है. विभागीय सचिव ने गुरुवार को एक पत्र जारी करते हुए 21 अप्रैल से 10 मई तक स्कूल रूआर यानी बैक टू स्कूल अभियान चलाने का निर्देश दिया है. इसमें सभी विद्यार्थियों को आंगनबाड़ी से लेकर स्कूल तक लाने का निर्देश दिया गया है. इसके लिए खास तौर पर पंचायत से लेकर जिला स्तर पर अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है