संवाददाता, देवघर . एम्स कैंपस में इन दिनों कई जगह आवारा कुत्ते ने अपना डेरा बन लिया है. एम्स के ओपीडी व डायग्नोस्टिक ब्लॉक गेट के आसपास कुत्ते सोये रहते हैं. इसमें कई बीमार कुत्ते भी हैं. सुबह से रात तक इन कुत्तों का डेरा कभी ओपीडी तो कभी डायग्नोस्टिक ब्लॉक के गेट के सामने रहता है. कुत्ते की वजह से छोटे बच्चों में डर बना रहता है. आवारा व बीमार कुत्ते की वजह से एम्स आने वाले रोगियों में महामारी फैलने का खतरा भी बना रहता है. एम्स में मुख्य प्रवेश द्वार से लेकर हर ब्लॉक में प्राइवेट कंपनियों के सुरक्षा कर्मी जगह-जगह पर तैनात है, बावजूद एम्स कैंपस में करीब एक दर्जन कुत्ते भटकते रहते हैं. इन कुत्तों को सुरक्षा कर्मियों द्वारा भगाने का प्रयास भी नियमित नहीं किया जाता है, साथ ही एम्स प्रबंधन की ओर से नगर निगम के माध्यम से इन आवारा कुत्ते को पकड़ने के लिए पहल भी नहीं की जा रही है. स्वास्थ्य से जुड़े एम्स जैसे बड़े संस्थान के कैंपस में आवारा कुत्ते का भटकना प्रबंधन पर भी सवाल खड़े करता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

