::: इसी महीने टीम जायेगी उज्जैन, सिटी मैनेजर करेंगे नेतृत्व
::: बड़ी मात्रा में शहर के मंदिरों से निकलता है पूजन सामग्री और बेलपत्र
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर नगर निगम अब पर्यावरण संरक्षण और अपशिष्ट प्रबंधन की दिशा में एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है. शहर के मंदिरों और पूजा स्थलों से निकलने वाले फूलों के कचरे का इस्तेमाल अब अगरबत्ती बनाने में किया जायेगा. इस नवाचार को सीखने और जमीनी स्तर पर उतारने के लिए मुजफ्फरपुर नगर निगम की एक सात सदस्यीय टीम को धार्मिक नगरी उज्जैन भेजा जायेगा. यह दल सिटी मैनेजर के नेतृत्व में उज्जैन जायेगा. टीम में कुल सात कर्मचारी शामिल होंगे, जिनमें चार महिला और तीन पुरुष कर्मचारी हैं. कर्मियों का चयन नगर निगम की ओर से कर लिया गया है.टीम को इसी दिसंबर महीने में उज्जैन के लिए रवाना किया जायेगा. यह टीम वहां उज्जैन नगर निगम द्वारा सफलतापूर्वक चलाये जा रहे ””””फूल से अगरबत्ती”””” बनाने के पूरे प्रोसेस और तकनीकों की जानकारी लेगी, ताकि इसे मुजफ्फरपुर में भी लागू किया जा सके.पूजन सामग्री भी होगी तैयार
नगर निगम की योजना केवल अगरबत्ती बनाने तक ही सीमित नहीं है. अगरबत्ती के साथ-साथ, निगम का उद्देश्य पूजन से संबंधित अन्य आवश्यक सामग्री भी इसी अपशिष्ट पदार्थ से तैयार करना है. यह पहल न केवल कचरा प्रबंधन में सहायक होगी, बल्कि निगम के लिए राजस्व का एक नया स्रोत भी खोल सकती है.
जयमाल और प्रसाद के चढ़ावे से होगी कमाई
कचरे में जा रहे फूलों को संजीवनी देने के लिए मुजफ्फरपुर नगर निगम का यह बड़ा फैसला होगा. शहर के मंदिरों से निकलने वाले अपशिष्ट फूलों को अब अगरबत्ती में बदला जायेगा. यह प्रयास मुजफ्फरपुर में सफल रहा, तो सबसे ज्यादा आत्मनिर्भर महिलाएं बनेंगी. इस इको-फ्रेंडली पहल की बारीकियां सीखने के लिए सिटी मैनेजर के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम इसी महीने धार्मिक नगरी उज्जैन का दौरा करेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

