Vastu Tips: घर में धन का आगमन होते रहना हर किसी को अच्छा लगता है. क्योंकि यह हमारे जिंदगी की हर जरूरतों को पूरा करने का जरिया बन चुका है. लेकिन कई बार हमारी गलतियों की वजह से यह हमारे हाथ में नहीं टिकता है, चाहे हम कितनी भी बचत करने का प्रयास कर लें. ऐसे में लोग अक्सर बाहरी कारणों को दोष देते हैं, लेकिन असली वजह हमारे अपने घर के अंदर भी छिपी हो सकती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की गलत बनावट, दिशा में रखी चीजें और हमारी आदतें भी धन की बरकत में बाधा बन सकती हैं. आइए जानते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार वे कौन सी प्रमुख गलतियां हैं, जो धन की हानि और आर्थिक तंगी का कारण बनती हैं.
तिजोरी या अलमारी का मुंह गलत दिशा में होना
वास्तु के अनुसार, घर की तिजोरी या वह अलमारी जिसमें पैसे और कीमती सामान रखा जाता है, उसका मुख उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए. अगर यह पश्चिम या दक्षिण की ओर खुलती है, तो इससे धन की हानि हो सकती है.
मुख्य द्वार पर गंदगी या टूट-फूट
घर के मुख्य द्वार को सकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश का मार्ग माना जाता है. यदि यह जगह गंदी, जर्जर या अव्यवस्थित है, तो घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है, जिससे आर्थिक परेशानी बढ़ सकती है.
बंद घड़ी या टूटी चीजें रखना
घर में बंद पड़ी घड़ियां, टूटा आईना, फटे पोस्टर, टूटे बर्तन या अनुपयोगी इलेक्ट्रॉनिक्स रखना वास्तु दोष का संकेत माना जाता है. ये चीजें न सिर्फ नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती हैं, बल्कि धन के आगमन को भी बाधित करती हैं.
तिजोरी के पास या उस पर रखी अनावश्यक वस्तुएं
कई बार लोग अलमारी या तिजोरी के ऊपर पुराने कपड़े, फाइलें या फालतू सामान रख देते हैं. ऐसा करना धन के प्रवाह में रुकावट डालता है. तिजोरी के आसपास साफ-सफाई और खाली स्थान रखना शुभ माना जाता है.
नल का टपकना या पाइप से पानी बहना
वास्तु के अनुसार, घर में नल से लगातार टपकता पानी धन के धीरे-धीरे बह जाने का संकेत है. यह घर की समृद्धि को धीरे-धीरे खत्म करता है. अगर आपके घर में कोई नल या पाइप लीक कर रहा है, तो उसे तुरंत ठीक कराना चाहिए.
घर का दक्षिण-पश्चिम हिस्सा खाली होना
घर का दक्षिण-पश्चिम कोना (South-West corner) स्थायित्व और संपत्ति का प्रतीक होता है. यदि यह हिस्सा खाली, गंदा या अव्यवस्थित हो, तो आर्थिक अस्थिरता बनी रहती है. इस जगह को मजबूत और वजनी फर्नीचर से भरना शुभ होता है.
पूजा स्थान का गलत दिशा में होना
वास्तु के अनुसार, पूजा घर को पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में बनाना सबसे शुभ होता है. अगर पूजा स्थल दक्षिण या बाथरूम के पास है, तो इससे नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और घर की शांति व समृद्धि प्रभावित होती है.
क्या उपाय करें?
- घर के मुख्य दरवाजे को साफ-सुथरा रखें, और रोज दीपक जलाएं.
- उत्तर दिशा में तिजोरी रखें, और तिजोरी में लाल कपड़े में सिक्के रखें.
- टूटी हुई चीजों को तुरंत हटा दें.
- घर में तुलसी का पौधा रखें और नियमित जल चढ़ाएं.
- नल, टोटी या प्लंबर से जुड़ी सभी समस्याएं तुरंत ठीक कराएं.
- वास्तु शास्त्र अनुसार मिरर, घड़ी और पेंटिंग्स सही दिशा में लगाएं.
Also Read: Numerology: इन 3 मूलांक वालों को मिलता है सच्चा प्यार, बना लेते हैं अपना जीवनसाथी