Morari Bapu: मोरारी बापू भारत के महान कथाकारों में से एक है. इनका पूरा नाम मोरारीदास प्रभुदास हरियानी है. इनकी कथाएं केवल भारत में नहीं, बल्कि देश-विदेश में भी प्रचलित है. मोरारी बापू बचपन से ही राम कथा, भजन और कहानियों को सुनते आए हैं. इसलिए उनका मन भी ईश्वर के भजन-कीर्तन में रम गया. भारत में बड़ी संख्या में उनके अनुयायी हैं, जो कि उनके विचारों और उपदेशों को अपने जीवन में उतारते हैं. ऐसे में आज आपको मोरारी बापू के कुछ अनमोल विचार के बारे में बताने जा रहें है, जो जीवन को नई दिशा देने में मदद करेंगी.
- मोरारी बापू कहते हैं कि अगर आपका लक्ष्य बड़ा हो और उस पर हंसने वाले कोई न हो, तो समझना की अभी आपका लक्ष्य बहुत छोटा है. इसके मायने यह माना जा सकता है कि अगर आपने कोई लक्ष्य बनाया है और उसमें कोई बाधा नहीं आ रही है, तो एक बार अपने लक्ष्य पर खुद से विचार करें.
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- मोरारी बापू के अनुसार, इंसान मृत्यु से नहीं मरता, भय से मरता हैं. इसका मतलब इंसान की मृत्यु तब नहीं होती जब वो मर जाता है, बल्कि इंसान जब अपने जीवन में हार मान लेता है कुछ कोशिश नहीं करता है किसी भी काम को बेहतर करने के लिए, तो वो इंसान जिंदा होकर भी मरा हुआ होता है.
- मोरारी बापू कर्म सिद्धांत पर बहुत ही अच्छी बात कहते हैं. उन्होंने कर्म सिद्धांत को लेकर कहा है कि कर्म से छुटकारा पाना बहुत मुश्किल होता है. इसका अर्थ है कि हम जो भी कर्म करते हैं, चाहे वह अच्छे हों या बुरे, जीवन को एक न एक दिन जरूर प्रभावित करता है.
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