Ear Cleaning Tips: अपने शरीर की साफ-सफाई के दौरान लोग दांत, चेहरा और बालों की सफाई पर सावधानी तो बरतते हैं लेकिन कान की क्लिनिंग में असावधानी बरतते हैं. इसकी बड़ी वजह है कि लोग कान की सफाई का तरीका नहीं जानते हैं और अनजाने में गलत तरीका अपनाते हैं. हैरानी की बात तो ये है कि करीब 90 फीसदी लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं. गलत स्टेप्स को अपनाने के चलते सुनने की क्षमता पर असर पड़ सकता है. कई बार इससे इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है. आइये जानते हैं सही तरीका क्या है और लोग क्या मिस्टेक करते हैं.
कॉटन बड से कान साफ करना कितना सही?
अधिकतर लोग कान में जमी गंदगी निकालने के लिए कॉटन बड या तीली का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन डॉक्टरों के अनुसार यह तरीका नुकसानदेह हो सकता है. इससे कान की मैल बाहर निकलने के बजाय अंदर की ओर चली जाती है. जिससे ईयर वैक्स जम सकता है और कान में दर्द या सुनने में परेशानी हो सकती है.
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क्या होती है ईयर वैक्स और क्यों जरूरी है?
कान में बनने वाली मैल यानी ईयर वैक्स कोई गंदगी नहीं बल्कि एक प्राकृतिक सुरक्षा कवच है. यह धूल, कीटाणु और बाहरी कणों को कान के अंदर जाने से रोकती है. जरूरत से ज्यादा सफाई करने से यह सुरक्षा परत हट सकती है, जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है.
कान साफ करने का सबसे सुरक्षित तरीका
विशेषज्ञों के अनुसार, कान साफ करने का सबसे सुरक्षित तरीका है बाहरी हिस्से की हल्की सफाई. नहाने के बाद साफ और सूखे तौलिए से कान के बाहरी भाग को पोंछना पर्याप्त होता है. अगर कान में ज्यादा वैक्स जमने की समस्या हो, तो किसी ईएनटी विशेषज्ञ से सलाह लेना ही सबसे सही विकल्प है.
घरेलू नुस्खों से रहें सावधान
कई लोग कान में कान की सफाई करने के लिए नहाने के बाद तेल डालते हैं. तो कुछ लोग पानी या अन्य घरेलू नुस्खे डालते हैं, लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह ऐसा करना नुकसानदेह हो सकता है. गलत तरीके से किया गया घरेलू उपचार कान के पर्दे को नुकसान पहुंचा सकता है.
कब जरूरी है डॉक्टर को दिखाना?
अगर कान में लगातार दर्द, भारीपन, सुनाई न देना या बार-बार खुजली जैसी समस्या हो, तो इसे नजरअंदाज न करें. समय रहते डॉक्टर से जांच कराने से बड़ी परेशानी से बचा जा सकता है.

