Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य की नीतियां आज भी समाज के हर वर्ग के लिए मार्गदर्शन का स्रोत हैं. उनके विचार समय की कसौटी पर खरे उतरते हैं और समाज की गहराई को समझाते हैं. चाणक्य ने नारी के सम्मान, उसकी सुरक्षा और समाज में उसकी भूमिका को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें कही हैं.
उनके अनुसार, कोई पुरुष जब स्त्री को मर्यादा में रहने की सलाह देता है, तो इसका अर्थ यह नहीं कि वह उस पर विश्वास नहीं करता, बल्कि वह समाज की नजरों और मानसिकता को भलीभांति जानता है.
“कोई पुरुष स्त्री को मर्यादा में रहने की इसलिए सलाह नहीं देता क्योंकि वह उस पर अविश्वास करता है, बल्कि इसलिए क्योंकि वह जानता है कि समाज की सोच अक्सर दूषित होती है.”
-आचार्य चाणक्य
यह कथन इस बात की ओर इशारा करता है कि समाज में रहने वाली महिलाओं को कितनी चुनौतियों और गलत नजरों का सामना करना पड़ता है.
Chanakya Niti for Women and Society: समाज और नारी का संबंध

चाणक्य की इस नीति का मूल उद्देश्य स्त्री की गरिमा को बचाए रखना और उसे समाज की नकारात्मक सोच से सुरक्षित रखना है. अक्सर देखा गया है कि समाज में स्त्रियों के व्यवहार, पहनावे या बोलचाल को लेकर अनावश्यक टिप्पणियाँ की जाती हैं. ऐसे में अगर कोई पुरुष उन्हें मर्यादा की सलाह देता है, तो यह उसकी जिम्मेदारी का संकेत है, न कि संदेह का.
Chanakya Niti: स्त्रियों के लिए 5 चाणक्य नीतिगत सुझाव

- स्वयं की गरिमा को पहचानें
- आत्मसम्मान और आत्मबल सबसे बड़ी ताकत होती है.
- मर्यादा का पालन करें – यह खुद की सुरक्षा के लिए एक मजबूत ढाल है.
- सही संगति का चुनाव करें. गलत संगत चरित्र और छवि को नुकसान पहुंचा सकती है.
- अपनी बात को मजबूती से रखें. अपनी राय और विचारों को समाज के सामने दृढ़ता से प्रस्तुत करें.
- संभावित खतरों को समझें और सावधानी बरतें – सामाजिक वातावरण को समझकर ही किसी निर्णय पर पहुंचें.
स्त्री को मर्यादा में रहने की सलाह देना उसे छोटा या कमजोर दिखाना नहीं है, बल्कि यह समाज की विकृत मानसिकता से उसकी रक्षा का प्रयास है.
स्त्री को मर्यादा में रहने की सलाह अविश्वास नहीं, समाज के दृष्टिकोण को समझने की चेतावनी है
वर्तमान समय में भी यह नीति उतनी ही महत्वपूर्ण है. जब महिलाएं शिक्षा, कार्यक्षेत्र और राजनीति में आगे बढ़ रही हैं, तब भी समाज का एक वर्ग उनके चरित्र पर सवाल उठाने से नहीं चूकता. ऐसे में उनके आसपास के पुरुषों या परिजनों का उन्हें मर्यादा और सतर्कता की सलाह देना एक सुरक्षा कवच की तरह है.
Also Read: Chanakya Niti: चाणक्य के अनुसार औरत कभी उधार नहीं रखती ये 4 चीजें बल्कि दोगुना करके लौटाती है
Also Read: Chanakya Niti: स्त्री इसलिए नहीं बताती अपनी उम्र और पुरुष अपनी कमाई
Also Read: Chanakya Niti: अपना दर्द सबको न बताएं-पहले जान ले कौन है आपके सच्चे हमदर्द