Side Effects Of Refined Oil: खान-पान संबंधी दिक्कतें कई सारी शारीरिक बीमारियों का कारण बन रही हैं. आजकल स्वाद की लालसा के चक्कर में स्वास्थ्यरूपी संपत्ति बेतहाशा खर्च की जा रही है. कहने का मतलब यह है कि तेल और मसाले में लपेटी हुई हर चीज खाने की पहली पसंद गई है. हम अपने दिनचर्या में कई ऐसी चीजों को खाते हैं जिन्हे खाने से स्वास्थ्य संबंधी कई गंभीर चुनौतियां उत्पन्न हो सकती है. ऐसे ही एक चीज है रिफाइंड ऑयल. जी हां, आजकल घरों के किचन से लेकर होटल और रेस्टोरेंट तक में भरपूर मात्रा में रिफाइंड तेल का इस्तेमाल किया जा रहा है. हमारे बड़े बुजुर्ग जहां शुद्ध सरसों का तेल इस्तेमाल किया करते थे वही आज स्वाद के लालच में रिफाइंड ऑयल का बेहिसाब इस्तेमाल कर रहे हैं. रिफाइंड तेल में ट्रांस फैट, सैचुरेटेड फैट प्रचुर मात्रा में होता है. इस तेल को बनाने की प्रक्रिया में इसमें कई तरह के केमिकल्स का भी इस्तेमाल किया जाता है जो इसको और भी खतरनाक बना देता है. अगर आप भी रिफाइंड तेल का इस्तेमाल करते हैं या रिफाइंड तेल से बने किसी चीज को खाते हैं तो आज से इसपर लगाम लगाएं. आज इस आर्टिकल में रिफाइंड ऑयल के बारे में और इस तेल से होने वाले नुकसानों के बारे में बताएंगे.
रिफाइंड ऑयल क्यों है खतरनाक?
रिफाइंड तेल को बनाने की प्रक्रिया के दौरान इसको उच्च ताप पर गर्म किया जाता है. इसके बाद इसमें कुछ केमिकल्स मिलाया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया के दौरान इसमें मौजूद पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं और इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट भी नष्ट हो जाता है. जिसके करण आखिर में यह एक टेस्टलेस ,गंधहीन, रंगहीन और पोषक तत्व विहीन एक लिक्विड मात्र रह जाता है, जिसका सेवन शरीर के लिए किसी लिहाज से उचित नही रह जाता है. इसके सेवन से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं जैसे..
हार्ट की समस्या
रिफाइंड तेल में ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है जो हार्ट के लिए बिल्कुल भी सही नही होता है. इसके नियमित सेवन से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल की मात्रा में वृद्धि हो सकती है जिससे हार्ट से जुड़ी समस्याओं में वृद्धि हो सकती है.
मोटापे को बढ़ावा
नियमित तौर पर रिफाइंड तेल का सेवन मोटापे को निमंत्रण देने जैसा है. इसमें उच्च कैलोरी तो होती ही है साथ ही इसमें सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट भी होता है, जिससे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है, जो शरीर में फैट के रूप में जमा होकर वजन को बढ़ा देता है.
डायबिटीज का खतरा
रिफाइंड तेल का सेवन मोटापा का खतरा पैदा करता है. मोटापा होना यानी कि शरीर में अतिरिक्त फैट का जमा होना. जब शरीर में अतिरिक्त फैट जमा होता है तो इंसुलिन के उत्पादन में बाधा उत्पन्न होती है जिस कारण ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ती जाती है और डायबिटीज होने का खतरा प्रबल हो जाता है.
पाचन की दिक्कत
रिफाइंड तेल में मौजूद ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट पाचन तंत्र को खराब कर सकते हैं. इसको नियमित तौर पर लेने से इंटेस्टाइन में मौजूद बैक्टीरिया का संतुलन भी बिगड़ सकता है, जिससे कब्ज की समस्या भी उत्पन्न होने की संभावना रहती है.
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Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.