Side Effects Of Palm Oil: आज का लगभग हर व्यक्ति पिज्ज़ा, आइसक्रीम, पैकेज्ड फूड, चॉकलेट, कुकीज़, ब्रेड, नूडल्स,स्नैक्स,चिप्स जैसी चीजें बड़े चाव से खाता है. वही बहुत लोगों का पसंदीदा आहार ही पिज्जा, चॉकलेट और नूडल्स होता है. क्या आपको पता है की स्वादिष्ट लगने वाले इन व्यंजनों में सेहत का दुश्मन माने जाने वाला पाम ऑयल मिलाया जाता है? जी हां हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक पाम आयल ना सिर्फ इंसान को बीमार करता है बल्कि पूरे हेल्थ को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ता है. पाम ऑयल में मौजूद सैचुरेटेड फैट की मात्रा इसको इंसानी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बना देता है. सैचुरेटेड फैट का सेवन शरीर में एलडीएल यानी की बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ा देता है जिस कारण दिल की बीमारी और स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ जाता है. कई रिपोर्ट्स के अनुसार भारत पाम ऑयल का सबसे बड़ा आयातक है यानी भारत में पाम ऑयल सबसे अधिक उपयोग में लाया जाता है. अब इससे स्पष्ट है की पाम ऑयल आपके कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजनों का जरूरी हिस्सा बन चुका है. ऐसे में जानना जरूरी है की पाम ऑयल और इससे बनने वाले सामग्रियों का सेवन स्वास्थ्य को कैसे नुकसान पहुंचा रहा है?
हार्ट को खतरा
पाम ऑयल में अघुलनशील सैचुरेटेड फैट होता है जो शरीर में एलडीए यानी बैड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ा देता है. यह कोलेस्ट्रॉल हार्ट को ब्लड आपूर्ति करने वाली नसों में जमा होने लगता है जिससे हार्ट तक ब्लड पहुंचने में रुकावट उत्पन्न होती है जिससे हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर या स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ जाता है.
मोटापा और शुगर
पाम ऑयल में मौजूद सैचुरेटेड फैट शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ा देता है. बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल इंसुलिन के उत्पादन में बाधा उत्पन्न करता है जिससे ब्लड में शुगर का संतुलन बिगड़ने लगता है और डायबिटीज की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है. कोलेस्ट्रॉल की वृद्धि करने से शरीर में फैट जमा होने लगती है और इंसान का वजन बढ़ने लगता है.
पाचन में दिक्कत
पाम ऑयल में मौजूद सैचुरेटेड फैट पेट संबंधी समस्या को बढ़ा सकता है. नियमित रूप से आहार के साथ पाम ऑयल का सेवन एलडीए की मात्रा में वृद्धि करता है जिससे कब्ज गैस ,एसिडिटी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.