नयी दिल्ली: गंभीर किस्म के किरदार अदा करने वाली अभिनेत्री कोंकणा सेनशर्मा के मुताबिक वह निर्देशक के तौर पर भी गैर-परंपरागत कहानियां कहते रहना चाहती हैं. ‘ए डैथ इन द गंज’ से निर्देशन में उतर रहीं 37 वर्षीया कोंकणा ने कहा कि वह कोई मसाला फिल्म नहीं बनाएंगी. अदाकारा के तौर पर भी मैंने इस तरह की फिल्में नहीं की हैं और यह मेरी पसंद के दायरे से बाहर हैं.
कोंकणा ने कहा, ‘यह भी सच है कि मुझे बहुत तरह तरह के किरदारों के प्रस्ताव नहीं मिलते. मैंने इधर-उधर की कुछ भूमिकाएं निभाई हैं. लेकिन जब भी कुछ किया है तो मुझे अलग तरह की फिल्मों में बहुत सहज लगता है.’ हालांकि वह मानती हैं कि मुख्यधारा के सिनेमा में काम नहीं करना फायदे का सौदा नहीं हो सकता लेकिन यह उनकी अंतरात्मा की आवाज है.
उन्होंने कहा, ‘ए डैथ इन द गंज थोडी अलग तरह की फिल्म है और आर्थिक रुप से फायदेमंद नहीं है. लेकिन यह अंतरात्मा की आवाज है. मैं ऐसी ही हूं. मुझे नहीं पता कि कितने दिन तक यह कर पाउंगी. देखते हैं.’ नये फिल्म निर्देशकों के लिए रोमांटिक कॉमेडी से शुरुआत करना सुरक्षित माना जाता है लेकिन कोंकणा के मुताबिक उन्हें एक भुला दी गयी जगह की कहानी को बयां करना जरुरी लगा.
1970 के दशक की पृष्ठभूमि में बनी यह फिल्म एक बांग्ला उच्च मध्यवर्गीय परिवार की कहानी है जो छुट्टी के लिए मैकक्लुस्कीगंज जाता है और फिर उनके साथ कुछ ऐसा होता है जो परेशान करने वाला होता है. फिल्म आज से सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है. इसमें कोंकणा के साथ विक्रांत मैसी, कल्की कोचलीन, तिलोत्तमा शोम, रणवीर शौरी, तनुजा, जिम सरब और दिवंगत ओम पुरी दिखाई देंगे.