कलाकार : ऋषि कपूर, हुमा कुरेशी, इरफान खान, श्रूति हसन, अर्जुन रामपाल
डी डे पॉलिटिकल क्राइम थ्रीलर है. फिल्म की कहानी में अंडरवर्ल्ड की दुनिया की बेहतरीन कहानी दिखाई गयी है. निखिल की यह कहानी भी रॉ एजेंट की कहानी के इर्द गिर्द घूमती है. देश में आतंकवादी धमाका हो रहा है और इसके पीछे साजिश अंडरवर्ल्ड डॉन की है. कहानी इसी के इर्द गिर्द घूमती है. निर्देशक निखिल आडवाणी ने विषय का चुनाव तो सही किया है. और उन्होंने हमें कराची शहर में हो रहे जुर्म को दिखाने की कोशिश की है.
लेकिन यह कई हॉलीवुड फिल्मों की कॉपी नजर आती है. इसलिए वे दर्शक जो हॉलीवुड फिल्में देखते रहे हैं तो आपको यह फिल्म कॉपी नजर आयेगी. फिल्म की कहानी इकबाल यानी ऋषि कपूर को जिंदा पकड़ने की है. इसके लिए रॉ के एजेंट को पाकिस्तान भेजा जाता है. तभी डॉन के बेटे की शादी का माहौल बनता है और यही से कहानी में मोड़ आता है. क्या डॉन पकड़ा जायेगा. क्या रॉ एजेंट कामयाब होंगे. कहानी इसी के इर्द गिर्द है. फिल्म में इरफान के अलावा किसी ने कुछ खास अभिनय नहीं किया है.
अंतराल के बाद फिल्म दर्शकों को बांध कर रख पाने में असफल होती है. फिल्म का डॉन ऋषि डरवना नहीं बल्कि हास्यास्पद लगता है. हिंदी सिनेमा की इन दिनों यह विडंबना है कि वे खलनायकों का किरदार डरवाना नहीं गढ़ पा रहे हैं. यह फिल्म इरफान के अभिनय के लिए देखी जानी चाहिए. इरफान हिंदी सिनेमा के उन कलाकारों में से एक हैं, जिन्हें जैसा भी किरदार मिले. वे उसमें ढल कर काम करेंगे और कामयाब भी होंगे. हुमा कुरैशी और श्रुति हसन के लिए फिल्म में करने के लिए कुछ खास था ही नहीं.