Pawan Singh-Jyoti Singh Controversy: भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार और बीजेपी नेता पवन सिंह एक बार फिर अपनी निजी जिंदगी को लेकर सुर्खियों में हैं. बीते कुछ दिनों से उनकी पत्नी ज्योति सिंह लगातार सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ बयान दे रही थीं. ज्योति ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर पवन सिंह को मीडिया के सामने आकर अपनी बात रखने की चुनौती दी थी. वहीं, पवन सिंह ने भी पिछले दिनों इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी शेयर करते हुए साफ किया था कि दोनों की बात उनके आवास पर करीब डेढ़ घंटे हो चुकी है, जिसमें ज्योति ने सिर्फ चुनाव की बातें की.
अब इसके बाद पवन सिंह ने मीडिया के सामने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है और कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. आइए बताते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा.
पवन सिंह ने बताया, चल रहा है तलाक का केस
एक लेटेस्ट मीडिया इंटरव्यू में पवन सिंह ने बताया कि उनका और ज्योति सिंह का तलाक का केस आरा कोर्ट में चल रहा है. वहीं, ज्योति सिंह की ओर से मेंटेनेंस केस बलिया कोर्ट में दायर किया गया है. उन्होंने कहा, “ज्योति सिंह इंस्टाग्राम पर पोस्ट करती हैं कि वो मुझसे मिलने लखनऊ आ रही हैं. लेकिन मैं उनके व्यवहार को अच्छे से जानता हूं. हमने प्रशासन को सूचना दी क्योंकि कानून हमारे लिए भी उतना ही मायने रखता है जितना उनके लिए. मैं उनसे नहीं मिलना चाहता था, तो क्या वो मुझसे जबरदस्ती मिल सकती थीं?”
पवन सिंह: ‘मर्द का दर्द नहीं दिखता’
पवन सिंह ने अपने बयान में कहा कि ज्योति सिंह ने मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए जानबूझकर ड्रामा किया. उन्होंने कहा, “वो विधायक बनने के लिए सारा हंगामा कर रही हैं. मुझे घर आने से किसी ने नहीं रोका, लेकिन मेरी इज्जत की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. महिला के आंसू सभी को दिखते हैं, लेकिन मर्द का दर्द कोई नहीं देखता. अब फैसला कोर्ट से ही होगा.”
पवन सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि ज्योति सिंह के पिता रामबाबू सिंह खुद उनके पास आए थे और कहा था कि उनकी बेटी को विधायक बना दें, उसके बाद रिश्ता खत्म कर दें. उन्होंने कहा, “आज वो जो अपनापन दिखा रही हैं, वो चुनाव से दो महीने पहले क्यों नहीं दिखा? विधायक बनने के लिए उन्होंने इस हद तक गिरने की कोशिश की, जिसकी मैंने कल्पना नहीं की थी.”
‘मर्यादा से बाहर नहीं जा सकता’
पवन सिंह ने साफ कहा कि वह किसी भी परिस्थिति में अपनी मर्यादा नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने कहा, “मैं 40 साल का हो गया हूं. मेरा भी मन करता है कि दरवाजा मेरा बेटा या बेटी खोले, लेकिन दरवाजा मेरा स्टाफ खोलता है. मैं मर्यादा से बाहर नहीं जा सकता क्योंकि मेरे माता-पिता ने मुझे संस्कार दिए हैं. दुनिया मुझे पावर स्टार कहती है, लेकिन मैं भी इंसान हूं.”

